सहकारिता में लूट पर बड़ी कार्यवाही: बैंक में 13 करोड़ का घोटाला, चार बर्खास्त और चार सस्पेंड.. कई को नोटिस

स्वतंत्र बोल
अंबिकापुर 06 फरवरी 2025. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अंबिकापुर में बैंककर्मियों ने बैंक को चूना लगा दिया। बैंक को चुना लगाने वाले दर्जन भर बैंककर्मियों को सस्पेंड और बर्खास्त किया गया है। जिला सहकारी बैंक के शाखा शंकरगढ़ और कुसमी में बैंकर्मियो ने 13 करोड़ से अधिक का गबन किया जिसकी पुष्टि विशेष ऑडिट में हुई। जिसे स्टाफ कमेटी की बैठक में कलेक्टर और प्राधिकृत अधिकारी संदीप विलास भोस्कर ने दर्जन भर बैंककर्मियों को सस्पेंड के साथ बर्खास्त कर दिया है और सभी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराइ जाएगी।

इन्हे किया सस्पेंड-
अशोक कुमार सोनी – सहायक मुख्य पर्यवेक्षक, प्रभारी शाखा प्रबंधक, शंकरगढ़
जगदीश प्रसाद -सहायक लेखापाल, प्रभारी शाखा प्रबंधक, कुसमी
समल साय -सेवानिवृत्त सहायक मुख्य पर्यवेक्षक, निवासी भगवतपुर, कुसमी
प्रकाश सिंह -कंप्यूटर ऑपरेटर, शाखा कुसमी

ये हुए बर्खास्त-
जिला सहकारी बैंक रामानुजगंज शाखा में केसीसी खातों से गबन कावरे वाले तत्कालीन शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत, कंप्यूटर ऑपरेटर पंकज विश्वास, संस्था प्रबंधक विजय उईके, तथा लिपिक राजेश कुमार पाल को सेवा से बर्खास्त करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई।

आधा दर्जन शाखाओ में फर्जीवाड़ा-
कलेक्टर सह प्राधिकृत अधिकारी की जाँच में सामने आया कि जिला सहकारी बैंक अंबिकापुर के दर्जनों शाखाओ में फर्जीवाड़ा जारी है। सहकारी समितियां धड़ल्ले से सरकारी खजाने को चुना लगा रही है।राजपुर शाखा के अंतर्गत फर्जी तरीके से धनराशि समायोजन का मामला सामने आया, जिसमें तत्कालीन शाखा प्रबंधक एस.एन. जोशी को निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, जबकि समिति प्रबंधक मनोज शर्मा (सेवानिवृत्त) पर भी कार्रवाई की गई। प्रेमनगर शाखा के अंतर्गत एफडी और बचत खातों की राशि में गड़बड़ी करने पर तत्कालीन शाखा प्रबंधक राजेश मिश्रा और लिपिक दीपक सोनी पर कार्रवाई की गई। भैयाथान शाखा में किसानों को गलत तरीके से ऋण प्रदान कर गबन किया गया, जिसके चलते अजीत सिंह (सहायक मुख्य पर्यवेक्षक) के विरुद्ध विभागीय जांच जारी है। बैंक में हुए घोटाले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने राज्य स्तरीय टीम गठित कर विस्तृत जांच कराने सहकारिता सचिव को पत्र लिखा है।

 

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