ग्राम सेवा समिति की जाँच को प्रभावित करने एकजुट रसूखदार, मठ की 107 एकड़ जमीन बिक गई

स्वतंत्र बोल
रायपुर 09 जनवरी 2025. श्री रामचंद्र स्वामी जैतूसाव मठ के जमीनों को फर्जीवाड़ा कर बेचने के आरोपों पर महंत आशीषदास ने कहा मठ की जमीनों को बचाने के लिए साल 2007 से क़ानूनी लड़ाई लड़ रहा हूँ, अधिकांश जमीनों को मैंने क़ानूनी लड़ाई लड़कर भूमाफियाओ से ट्रस्ट को वापस कराया है। ग्राम सेवा समिति के बेशकीमती जमीनों को बेचने पर जाँच की मांग से शासन से करने पर अजय तिवारी सहित प्रभावशाली लोगो द्वारा मुझ पर आरोप लगा, ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे है.. उपरोक्त बाते आशीष तिवारी ने प्रेस वार्ता में कहा। स्वयं को सामाजिक कार्यकर्त्ता और पत्रकार बताने वाले अखिलेश जैन ने बीते 18 दिसंबर को प्रेस वार्ता लेकर आशीष तिवारी पर जैतूसाव मठ की जमीनों को जमीन कारोबारी हरमीत खनूजा और राजस्व अधिकारियो के साथ मिलकर बेचने का आरोप लगाया था, जिसका जवाब आशीष तिवारी ने दस्तावेजों के साथ दिया।

आशीष तिवारी ने कहा कि जैतूसाव मठ धार्मिक संस्था है, जिसके वे साल 2007 से पूरी प्रक्रिया का पालन कर महंत बने है, जिसके बाद से ट्रस्ट के हित में लगातार क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे है। धरमपुरा में मठ की 107 एकड़ जमीन प्रभावशाली लोगो ने बेच और खरीद डाला, जिसके खिलाफ पीछे साल कलेक्टर से जाँच करने आवेदन किया था। जिस पर एडीएम ने जाँच कर आठ रजिस्ट्रीयो कर कार्यवाही करने पंजीयक सार्वजानिक न्यास को लिखा है।

जमीन का फर्जीवाड़ा: कथित महंत और राजस्व अधिकारियो पर गंभीर आरोप, फर्जीवाड़ा कर ट्रस्ट की जमीन बेचा..

रसूखदारों का दबाव-


आशीष तिवारी ने तीन महीने पहले लोकन्यास ग्राम सेवा समिति के साढ़े 19 एकड़ जमीन को अजय तिवारी द्वारा बिल्डर को बेचने की शिकायत कलेक्टर से और एसएसपी से अजय तिवारी पर अपराध दर्ज करने निवेदन किया था। आरोप था कि जैतूसाव मठ निवासी अजय तिवारी ने बिना किसी अधिकार और हैसियत लोक न्यास ग्राम सेवा समिति के आमासिवनी स्थित साढ़े 19 एकड़ जमीन को बिल्डर अनूप अग्रवाल को बेच दिया था। उस शिकायत के कुछ महीनो बाद ही अखिलेश जैन ने प्रेस वार्ता लेकर आशीष तिवारी पर धरमपुरा की जमीन फर्जीवाड़ा कर बेचने, जामगांव के किसान सोनूराम और सोँनसाय साहू के नाम नामांतरण करने आरोप लगाया था।

आठ लाख रुपये लिया-


आशीष तिवारी ने अखिलेश जैन पर बेहद गंभीर आरोप लगाया। आशीष के अनुसार अखिलेश जैन ने उससे ऑनलाइन आठ लाख रुपये जमीनों के काम करने के एवज में लिया है, अब उससे और पैसो की मांग की जा रही थी जिसे देने से इंकार करने पर आरोप लगाया। आशीष तिवारी ने लेनदेन के प्रमाण भी सार्वजनिक किया।

 

धरमपुरा की बेशकीमती जमीन पर द्वन्द: जमीन लेने गाँवों में तलाशे किसान, फिर खुद के नाम करा रजिस्ट्री.. लेनदेन में गड़बड़ी की शिकायत पुलिस में।

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