जमीन का फर्जीवाड़ा: कथित महंत और राजस्व अधिकारियो पर गंभीर आरोप, फर्जीवाड़ा कर ट्रस्ट की जमीन बेचा..

स्वतंत्र बोल
रायपुर 22 दिसंबर 2024. स्वामी रामचंद्र स्वामी जैतूसाव मठ के अंतर्गत गोपीनाथ मंदिर के धरमपुरा स्थित जमीन को मठ के कथित महंत ने बेच डाला। मठ कथित महंत रामआशीष दास ने धरमपुरा स्थित मठ की जमीन का सौदा पहले मुकुल सिंह से किया, बाद उसी जमीन को दूसरे व्यक्ति को बेच दिया। राजधानी के अखिलेश जैन ने मठ के कथित महंत पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है, जिसके अनुसार मठ धरमपुरा स्थित खसरा क्रमांक 298/1 व 295/ 4-10 की जमीनों को पंजीयक सार्वजनिक न्यास के बिना स्वीकृति के राजस्व अधिकारियो ने कथित महंत ने जामगांव के किसान सोनूराम और सोनसाय साहू के नाम पर रिकॉर्ड में लिया फिर किसानो ने उसे गायत्री प्रोजेक्ट को बेच दिया। बेचीं गई जमीन का बाजार कीमत 25 करोड़ से अधिक है।

ऐसे हुआ खेल-
ग्राम धरमपुरा में रामचंद्र स्वामी जैतूसाव मठ के अंतर्गत गोपीनाथ मंदिर और हनुमान मंदिर की सैकड़ो एकड़ जमीने है। आरोपों के अनुसार भूमाफियाओ ने साल 1974 में पंजीयक सार्वजानिक न्यास सह कलेक्टर से मिले अनुमति अनुसार फर्जी तरीके से सोनू साहू और सोनसाय दोनों पिता विश्राम साहू के नाम पर चढ़ा कर खेल कर दिया। जबकि दोनों ही किसान उस जमीन के भू-स्वामी है, उसके बाद भी अगस्त 2023 में नवा रायपुर के रजिस्ट्री कार्यालय में गायत्री प्रोजेक्ट को उन्होंने जमीन बेच दिया, जिसके बदले में किसानो को करीब 1,18,86,000 रुपये मिले। अखिलेश जैन का आरोप है उक्त जमीन का सौदा मठ के कथित महंत राम आशीष दास पहले कर चुके थे , उससे इकरारनामा भी किया पर बाद में जमीन गायत्री प्रोजेक्ट को बेच दिया। सूत्रों के अनुसार पूरा खेल भूमाफियाओ ने राजस्व अधिकारियो के साथ मिलकर खेला और दोनों किसानो को कुल 40 लाख रुपये ही दिया गया है।

चौपाल चर्चा: मंत्री और उनके रिश्तेदार, नेताओ का जमीन प्रेम.. स्वतंत्र बोल का साप्ताहिक कॉलम।

इन पर आरोप-
राजस्व अधिकारी तत्कालीन तहसीलदार अजय चंद्रवंशी, तत्कालीन तहसीलदार मनीष देव साहू,
कथित महंत राम आशीष दास और महासमुंद निवासी जमीन कारोबारी हरमीत खनूजा है, गायत्री प्रोजेक्ट के मुकेश शाही..जो स्वर्णभूमि के बिल्डर राजेश अग्रवाल का मातहत बताया जाता है।

कौन है अखिलेश जैन-
अखिलेश जैन प्रॉपर्टी डील का काम करता है। जैतूसाव मठ और गोपीनाथ मंदिर के जमीनो बेचने का खुला आरोप लगाया, जबकि जैतूसाव मठ में सर्वराकार रामसुंदर दास, सरंक्षक पूर्व पूर्व विधायक समेत सचिव महेंद्र अग्रवाल और कथित तौर पर अजय तिवारी भी है। इस मामले पर जैन ने किसी से सहयोग नहीं माँगा और स्वयं गोपीदास मंदिर के मुद्दे को लेकर मीडिया के सामने आये। उधर पुरे आरोपों पर कथित महंत राम आशीष दास ने कहा कि

मैंने ग्राम सेवा समिति और धरमपुरा में मठ के जमीनों पर कब्ज़ा कर बेचने और खरीदने वालो पर कार्यवाही करने एसडीएम को लिखा है, तो मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है, अजय तिवारी जैसे लोग अखिलेश का उपयोग अपने बचाव में कर रहे है।”

खबर का असर: उमा तिवारी सहित राजस्व अधिकारियो पर होगी एफआईआर, स्वतंत्र बोल के खुलासे के बाद मचा हड़कंप..

 

error: Content is protected !!