स्वतंत्र बोल
नई दिल्ली 04 फरवरी 2025: किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के बाद ममता कुलकर्णी ने खबरों में छाई हुई हैं। ड्रग तस्कर की जीएफ से महामंडलेश्वर तक पहुंचने वाली ममता कुलकर्णी ने अपने जीवन से जुड़े कुछ ऐसे राज खोले हैं जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे।एक टीवी इंटरव्यू शो में उन्होंने खुद कबूल किया वे इंटरनेशनल ड्रग तस्कर विक्की की ग्रर्लफ्रेंड थी और उसको पाने के लिए उन्होंने तपस्या भी की। ममता ने माना कि उन्होंने तपस्या तो विक्की को पाने के लिए की लेकिन इस तपस्या ने उन्हें मोह-माया से अलग साध्वी बना दिया।
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विक्की की बात सुनकर पिघल गई ममता
ममता कुलकर्णी ने बताया कि विक्की ड्रग केस में विदेश की जेल में था। वहीं से उसने ममता को फोन किया। विक्की के एक फोन कॉल से पूरी फिल्म इंडस्ट्री हिल जाती थी, वही विक्की को फोन करके रो रहा था। शो में ममता ने बताया कि विक्की कह रहा था कि उसे अंडा सेल में डाल दिया गया है। उसे नहीं पता था कि वह बाहर आ पाएगा या नहीं। उसका रोना सुनकर ममता पिघल गई और अपने गुरु गगन गिरी महाराज के आश्रम चली गई।
सालों तक तपस्या की
ममता के मुताबिक गुरुदेव को ज्यादा कुछ बताने की जरूरत नहीं पड़ी। उन्होंने सिर्फ इतना पूछा कि वह बाहर आएगा या नहीं। गुरु ने कहा- ‘वह आएगा लेकिन इसमें 12-15 साल लगेंगे।’ इसके बाद ममता ने अनशन शुरू कर दिया। शो में उन्होंने कहा- ‘मैं महीनों तक खाना छोड़ देती थी। मैं 40 दिन तक बिना पानी के रही।’ वह जेल में विक्की से भी मिली। ममता ने कहा – “उस समय मेरी मां मर चुकी थी। अब मेरा कोई नहीं था। सिर्फ विक्की था जो मुझे फोन करता था। मुझे लगा कि कोई तो है जो मेरी परवाह करता है। इसलिए मैं उससे मिलने जाती थी।”
ऐसे छोड़ी मोह माया
ममता कुलकर्णी ने कहा 1996 में जब मुझे पता चला कि उसने एक गोरी औरत से शादी कर ली है, तो मैंने उसे फोन करके उससे ब्रेकअप कर लिया। इसके बाद मैंने 12-13 साल तक तपस्या की। इस दौरान विक्की को पाने और उससे शादी करने की मेरी इच्छा भी खत्म हो गई। देवताओं ने कई बार मेरी परीक्षा ली और आखिरकार मेरी कुंडलिनी जागृत हुई। मैंने सालों तक तपस्या की इसलिए महामंडलेश्वर बनी।
