आशीष तिवारी किसी भी मठ का महंत नहीं, मैंने आठ लाख रुपये लिया.. अकलेश का पलटवार

स्वतंत्र बोल
रायपुर 09 जनवरी 2025. जैतूसाव मथ के आशीष तिवारी द्वारा लगाए गए आरोपों पर अकलेश जैन ने कहा कि भूमाफिया हरमीत खनूजा को बचाने के लिए आशीष तिवारी ने प्रेस वार्ता लिया है। आशीष तिवारी जैतूसाव मठ या किसी भी मठ मंदिर का महंत नहीं है, बल्कि गृहस्थी है और उसका परिवार दीनदयाल उपाध्याय नगर में निवासरत है। अकलेश ने प्रेस नोट जारी कर आशीष के आरोपों को झूठा बताया।

अकलेश जैन के अनुसार धरमपुरा की 56 एकड़ जमीन को तत्कालीन तहसीलदार अजय चंद्रवंशी के साथ मिलकर अपने नाम करा लिया, मठ के महंत रामभूषण दास उसके मामा है जिसे आशीष द्वारा गुरु पिता बताया जाता है। अकलेश ने गोपीदास मंदिर व हनुमान मंदिर की संपत्ति की साल 2019 से लेकर 2025 तक किए गए समस्त नामांतरण विक्रय-विलेख की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की है। तत्कालीन तहसीलदार मनीष देव साहू व अजय चंद्रवंशी पर आरोप लगाया है। अकलेश ने स्वीकार किया कि उसे आठ लाख रुपये आशीष तिवारी ने दिया है। यह पैसा उसके द्वारा जमीन खरीदी की एवज में दिया गया था जिसे टुकड़ो में आशीष ने लौटाया है, उगाही नहीं की।

 

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