रायपुर20 july 2023: सदन में अनियमित और संविदा कर्मियों के आंदोलन पर व्यापक बहस हुई। भाजपा ने स्थगन की घोषणा की, जिसे आसंदी ने समर्थन दिया। सत्ता पक्ष के विधायक भूपेश है तो भरोसा है के नारे लगाने लगे, जबकि भाजपा के विधायक इस पर नारेबाजी करने लगे। सदन में विरोध प्रदर्शन के कारण कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में अनियमित कर्मचारियों के आंदोलन और संविदा के मुद्दे पर चर्चा की मांग की। वृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आंदोलन ने कामकाज पर बुरा असर डाला है। मुख्यमंत्री की घोषणा को प्रदेश के सभी आंदोलनरत संगठनों ने खारिज कर दिया है, जैसा कि बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा। 4 लाख मजदूर आंदोलन में हैं। वर्गों में असंतोष है।
कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र को अपनाया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा। लेकिन पिछले सत्र तक पता चला कि सरकार अभी संविदाकर्मियों की अनियमित जानकारी ही इकट्ठा कर रही है। सरकार का बोलना और करना अलग है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के 36 में से एक भी बिंदु को पूरा नहीं किया, भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा। सारा कार्यालय बंद है। इस पर चर्चा स्थगित की जाए।
सभी वर्ग आंदोलनरत हैं, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा। राजधानी में ही आठ से दसवीं हजार लोगों ने धरना दिया है। सरकार को उनके पास जाकर उनकी परेशानियों को सुनना चाहिए। विधानसभा उपाध्यक्ष ने स्थगन की अनुमति दी। भाजपा के विधायक सदन में नारेबाजी करते देख, सत्ता पक्ष के विधायक भी नारेबाजी करने लगे। CM भूपेश बघेल ने भाजपा विधायकों पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत से कर्मचारी संगठन के लोग मिलने आए हैं, इसलिए भाजपा के लोगों को जल्दी काम करना चाहिए। सत्ता पक्ष के विधायकों ने नारा लगाया कि भूपेश भरोसा है।
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