विश्वविद्यालय भर्ती मामला: मंत्रियो और अधिकारियो के परिचितों को उपकृत करने की कोशिश, डेमेज कंट्रोल में जुटा विश्वविद्यालय प्रबंधन!

0 मैनेजमेंट की कोशिशे।
0 शुरुआत से विवादित रहे है कुलपति।
बिलासपुर/रायपुर 06 मई 2023.  सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर में 8 पदों पर जारी नियुक्तियों को लेकर बवाल मचा हुआ है। नियुक्तियों के पहले ही कुछ अभ्यर्थियों का नाम सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन ने नियुक्ति प्रक्रिया को रोक दिया है, पर बैकडोर एंट्री की कोशिशे जारी है। विश्वविद्यालयीन सूत्रों के अनुसार जल्दी ही उन सभी पदों पर नियुक्तियां हो जाएगी। उधर पूरी प्रक्रिया को गलत बताते हुए बिलासपुर निवासी जीतेन्द्र साहू ने राजभवन को शिकायती पत्र लिखा है। बताते है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने विवादित भर्ती प्रक्रिया को निपटाने पूरा जोर लगा दिया है।

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कुलपति डॉ बंशगोपाल का सिंह दुसरा कार्यकाल है, पूर्व में भी उन पर कई गंभीर आरोप लगे, दर्जनों जाँच समितियों ने जाँच की पर कार्यवाही नहीं हुई। लोकायुक्त में भी जाँच जारी है। पूर्व में हुई असिस्टेंट लाईब्रेरियन की भर्ती में भी गंभीर आरोप लगे थे, पर वही ढाक के तीन पात। सूत्रों के अनुसार इस बार भी भर्तियों में वैसी ही स्थिति निर्मित हो रही है और प्रभावशाली लोगो के करीबियों को उपकृत कर विवादो से निजात पाने की कोशिश है।
मंत्री और अधिकारियो के करीबी…?
विश्वविद्यालय में प्रोग्रामर, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, सिस्टम एनालिस्ट, जनसंपर्क अधिकारी, छात्र कल्याण अधिकारी और सहायक छात्र कल्याण अधिकारी के कुल 8 पदों की भर्तियां की जा रही है, जिसमे गोमेद पाठक, पंकज गुप्ता, शांतनु पटेल, दीपक पांडेय, नीलिमा तिवारी और अजय पांडेय का नाम सामने आया है। इनमे कुछ मंत्रियो के करीबी है तो कुछेक मंत्रालय के उच्चस्थ अधिकारियो के रिश्तेदार बताया जाता है। दीपक पांडेय और नीलिमा तिवारी विश्वविद्यालय में पूर्व से संविदा में कार्यरत है। भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायत बिलासपुर निवासी ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन से किया था।
कुलपति बोले- आरोप लगते रहते है।
विश्वविद्यालय प्रबंधन पर लग रहे बेहद गंभीर आरोपों पर कुलपति डॉ बंशगोपाल सिंह ने कहा कि
“हम सही काम कर रहे है। नैक में हमने पुरे इंडिया में दूसरे नंबर पर रहे उसकी चर्चा नहीं हुई, सोशल मीडिया में नाम वायरल होने से अब वे अभ्यर्थी सही होने के बाद भी सशंकित हो गए है। आरोप लगते रहते है, स्वास्थ्यगत समस्याएं है, जल्द ही विश्वविद्यालय ज्वाइन करूँगा।”

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