विष्णु के सुशासन में विधायक को जेल, उधर विधायक की गिरफ्तारी से एकजुट हुई कांग्रेस.. देवेंद्र को मिलेगा फायदा!

स्वतंत्र बोल
रायपुर 20 अगस्त 2024.  भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश की शांत पड़ी राजनीती में उफान आ गया है, गिरफ्तारी की कार्यवाही ने अलग अलग धड़ो में बंटे कांग्रेसी नेताओ को एक मंच पर ला दिया है। 17 अगस्त को विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस ने उसके घर भिलाई नगर से गिरफ्तार किया था। 10 जून को बलौदाबाजार में सतनामी समाज के सभा के बाद हुए कलेक्टोरेड और एसपी कार्यालय में हुई आगजनी और तोड़फोड़ में पुलिस ने दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज की थी, पुलिस ने विधायक देवेंद्र यादव को भी आरोपित बनाया था.. पुलिस विधायक देवेंद्र यादव से पूछताछ करने नोटिस पर नोटिस जारी करती रही, पर कथित तौर पर देवेंद्र पुलिस को बयां देने नहीं पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने 17 अगस्त को आधा दर्जन गाड़ियों में विधायक देवेंद्र यादव के भिलाई स्थित घर पहुंची और गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के पूर्व भिलाई और राजधानी में खूब बवाल हुआ.. पुलिस घंटो देवेंद्र के घर के बाहर गिरफ्तार करने इन्तजार करती रही और घर के भीतर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता देवेंद्र से मिलते रहे तो बाहर समर्थक पुलिस से भीड़ गए। करीब दस घंटो के लंबे रस्साकसी के बाद पुलिस शाम को देवेंद्र को गिरफ्तार कर पायी, गिरफ्तारी के पूर्व देवेंद्र ने हाथो में सतनामी समाज का पूजनीय झंडा और संविधान की किताब लेकर माहौल बना दिया और यही पुलिस चूक कर गई।

देवेंद्र यादव यूथ कांग्रेस से राजनीती की शुरुआत की है, मीडिया में माहौल बनाना जानते है। देवेंद्र गिरफ्तारी के पहले माहौल बनाने में कामयाब रहे, पुलिस की चूक का फायदा देवेंद्र यादव को मिला है, पीसीसी चीफ दीपक बैज खुद सहित कांग्रेस के दिग्गज नेता उससे मिलने भिलाई पहुंचे थे… और गिरफ्तारी के बाद धड़े में बंटे कांग्रेसी एकमंच पर आ गए है। राजनितिक प्रेक्षकों के अनुसार घटनाक्रम को कांग्रेसी नेता भुनाने में लगे हुए है, देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत एक मंच पर आये और सरकार पर आरोप लगाया,, विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में हार के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।

देवेंद्र की गिरफ्तारी के विषय पर कांग्रेस पार्टी के सारे विधायक एकजुट हुए, राजीव भवन में हुई विधायक दल की बैठक निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक के बाद विधायकों का दल जेल में भी देवेंद्र से मिलने पहुंचे ,जहाँ जेल मेनुअल अनुसार सिर्फ पांच लोगो को सेल तक जाने दिया गया.. देवेंद्र को पूर्व सीएम भूपेश बघेल का शागिर्द बताया जाता है, देवेंद्र ने राजनीती का ककहरा भूपेश बघेल से सीखा है… ऐसे में देवेंद्र की गिरफ्तारी का सबसे ज्यादा अफ़सोस भूपेश बघेल को हो रहा होगा।

देवेंद्र यादव का नाम प्रदेश के कथित कोयला घोटाले में आया है, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी कई दौर की पूछताछ चुके है.. उसमे भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। देवेंद्र की गिरफ्तारी पर बीजेपी आक्रामक है, सरकार ने विधायक को गिरफ्तार कर मेसेज देने की कोशिश कि अपराधी छोटा या हो बड़ा, बक्शा नहीं जायेगा क्योकि प्रदेश में सुशासन की सरकार है। देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी से जहा पूरी कांग्रेस पार्टी एकजुट नजर आ रही है तो दूसरी तरफ इसका फायदा विधायक देवेंद्र यादव मिलता दिख रहा है, देवेंद्र को प्रदेश के साथ दिल्ली दरबार के नेताओ का भी समर्थन मिला है। इससे देवेंद्र यादव की टीआरपी भी बढ़ी है, जेल यात्रा का लाभ देवेंद्र को भविष्य में मिल सकता है, अगर ईडी द्वारा कार्यवाही की जाती तो शायद ऐसा माहौल नहीं बनता।

 

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