“बीजेपी राज में बेटियां हॉस्टल में सुरक्षित नहीं, विश्वविद्यालय प्रबंधन की गैर जिम्मेदारी पर बिफरी विधायक

स्वतंत्र बोल
रायपुर 28 दिसंबर 2024. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के हॉस्टल से लापता हुई छात्रा के नाराज परिजनों ने डोंगरगढ़ विधायक के नेतृत्व में पुलिस थाना में धरना दिया। विश्वविद्यालय के एमएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा बीते 20 दिनों से लापता है, जिसका अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। जिससे नाराज छात्रा के परिजनो ने सरस्वती नगर पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की, परिजनों को उनके क्षेत्रिय विधायक हर्षिता स्वामी बघेल का साथ मिला। दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक धरना दिया, उसके बाद भी पुलिस ने अपराध दर्ज नहीं किया। उधर छात्रा के माता पिता का रो रो कर बुरा हाल है, बड़े अरमानो के साथ उन्होंने अपनी बेटी को विश्वविद्यालय पढ़ने भेजा था.. जिसका 20 दिनों बाद भी कोई जानकारी नहीं है। छात्रा डोंगरगढ़ विधानसभा के एक गांव की रहवासी है।

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भाग गए विश्वविद्यालय के जिम्मेदार-
विश्वविद्यालय में घटित बेहद संवेदनशील घटना पर अब तक विश्वविद्यालय के जिम्मेदारों ने कोई कार्यवाही नहीं की है। विश्वविद्यालय हॉस्टल से 24 साल की छात्रा लापता होने के बाद भी जिम्मेदार कुलपति और कुलसचिव मौन साधे हुए है। दोनों ही अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है। विधायक हर्षिता बघेल जब विश्वविद्यालय कुलपति से मिलने पहुंची तो उन्हें गेट पर ही चौकीदार ने रोक दिया, विधायक को कुलपति सचिवालय जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। अंदर जाने पर उन्हें बताया गया कि थोड़ी देर पहले ही कुलपति सच्चिदानंद शुक्ल मंत्रालय चले गए। जिससे नाराज विधायक ने जमकर खरी खोटी सुनाई। विधायक ने स्वतंत्र बोल से कहा कि

“बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वाले बीजेपी की सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं है, राजधानी के हॉस्टल से छात्रा गायब हो गई। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार कुलपति और कुलसचिव ने अब तक पतासाजी की कोई कोशिश नहीं की.. उनके हॉस्टल में सीसीटीवी, रजिस्टर सहित कोई जानकारी नहीं है.. भर्राशाही चल रहा है विश्वविद्यालय में। पुलिस घंटो धरना देने के बाद भी एफआईआर नहीं लिखी, 3 जनवरी तक अगर सही कार्यवाही नहीं हुई तो राजधानी में चक्काजाम होगा।”

सवालो में पुलिस की कार्यवाही-
छात्रा बीते 07 दिसम्बर से लापता है, 20 दिनों बाद पुलिस उसे ढूंढ नहीं पाई है। सूत्रों के अनुसार छात्रा के हॉस्टल के उसके कमरे में उसका मोबाइल, चप्पल, कपडे और चश्मा मिला ,, परिजनों के अनुसार चश्मा बिना छात्रा लगाए कही जाती नहीं थी। कमरे का ताला बाहर से लगा था जिसे पुलिस ने तोड़ा था। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आवेदन लेकर रवाना कर दिया था, 20 दिसंबर को छात्रा के परिजनों ने एसएसपी को आवेदन देकर एफआईआर कर अपनी बेटी करने गुहार लगाया था, दुर्भाग्य है कि अब तक ना तो एफआईआर दर्ज हुआ है ना ही लापता छात्रा का सुराग मिला है।

 

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