जिला सहकारी बैंक के सीईओ पर आरोप, पंजीयक से शिकायत.. करोडो के गबन पर नहीं हुआ एफआईआर

स्वतंत्र बोल
रायपुर 28 अगस्त 2024.  जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के तत्कालीन सीईओ अपेक्षा व्यास पर गड़बड़ी और आर्थिक अनियमितता की शिकायत पंजीयक सहकारिता विभाग से की गई है। शिकायत में श्रीमती व्यास पर गंभीर आरोप लगाया गया है, जिसके अनुसार जिला सहकारी बैंक दुर्ग में सीईओ रहते अपेक्षा व्यास ने जिला सहकारी बैंक दुर्ग में सीईओ रहते नियमो का उल्लंघन कर थोक में कर्मचारियों का ट्रांसफर किया,, विभिन्न बैंक शाखाओ में कार्यरत 470 कर्मियों में से 450 का तबादला एक साल के भीतर किया गया था… जिसमे लेन-नियमानुसार 10 से 15 फीसदी से ज्यादा कर्मियों का तबादला एक साथ नहीं होना चाहिए पर श्रीमती व्यास ने 94 फीसदी कर्मियों का तबादला एक साथ कर दिया था।

जिला सहकारी बैंक में फिर घोटाला, करोडो का गबन कर सहायक लेखापाल फरार.. सीईओ बोली-

दरअसल श्रीमती अपेक्षा व्यास लगातार दुर्ग जिले में 14 वर्षो से अधिक समय से पदस्थ रही, इस दौरान उनका तबादला राजनांदगांव हुआ पर छह महीने के बाद दुर्ग वापसी हो गई।

सीईओ अपेक्षा व्यास

दो लाख लेकर बनाया गया प्रभारी शाखा प्रबंधक ?
शिकायतकर्ता योगेंद्र दिल्लीवार और लक्ष्मीनारायण साहू ने शिकायत पंजीयक को भेजे शिकायत में कहा कि जिला सहकारी बैंक दुर्ग अंतर्गत बालोद, बेमेतरा और दुर्ग के बैंक शाखाओ में पैसे लेकर कनिष्ट सहायक लेखापाल और पर्यवेक्षको से 2-2 लाख रुपये लेकर प्रभारी शाखा प्रबंधक बनाया गया है। सोरम सोसायटी के सदस्य लक्षमीनारायण साहू ने कहा कि बेमेतरा जिला अंतर्गत सेवा सहकारी समिति मारो और गुंजेरा के तत्कालीन समिति प्रबंधक और कर्मियों को नियमो के विपरीत बहाल किया गया। जिला सहकारी बैंक मारो और सहकारी समिति मारो में तत्कालीन समिति प्रबंधक श्यामसुंदर कश्यप, और लिपिक राजा वर्मा ने 42 लाख 12 हजार 126 रुपये का गबन किया, तो गुंजेरा समिति में 4447580 रुपये का घोटाला किया गया। जाँच में तत्कालीन शाखा प्रबंधक अवधराम खड़बंधे, लिपिक तरुण कुमार, राजा वर्मा और समिति प्रबंधक श्यामसुंदर कश्यप को सस्पेंड किया गया था… पर किसी के खिलाफ भी अपराध दर्ज नहीं कराया गया और कथित तौर पर लेनदेन कर आरोपितों को बहाल कर दिया गया।

दुर्ग का फार्मूला राजधानी में ??
श्रीमती अपेक्षा व्यास वर्तमान में जिला सहकारी बैंक रायपुर में बतौर सीईओ पदस्थ है। यहाँ के सीओडी शाखा में भी साढ़े पांच करोड़ से अधिक का गबन बैंककर्मियों ने मिलकर किया है। बैंक को चूना लगाने वाले तीन कर्मियों पर सितम्बर 2023 दर्ज किया हुआ था, घोटाले में शामिल बाकी अन्य कर्मियों को ना तो सस्पेंड किया गया है ना ही पुलिस में अपराध दर्ज कराया गया है। चर्चाओं के अनुसार श्रीमती व्यास द्वारा दुर्ग में अपनाये गए फार्मूले को राजधानी में उपयोग किया जा रहा है।

 

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