स्वतंत्र बोल
रायपुर 08 मार्च 2024. भारत माला परियोजना अंतर्गत भू-अर्जन और मुआवजा वितरण में तत्कालीन राजस्व अधिकारी ने पद अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए गलत भुगतान किया, जाँच अधिकारी ने रिपोर्ट कलेक्टर को सौप दिया है। अभनपुर में भारत माला परियोजना अंतर्गत जैतूसाव मठ की जमीन के अधिग्रहण उपरांत मुआवजा राशि उमा तिवारी पति केदार तिवारी को तत्कालीन एसडीओ निर्भय साहू ने जारी किया था, जिसकी शिकायत मठ प्रबंधन ने किया था। कलेक्टर के निर्देश पर एडिशनल कलेक्टर बीसी साहू ने जाँच कर प्रतिवेदन जिला प्रशासन को सौप दिया है। जाँच रिपोर्ट के अनुसार मुआवजा “अवार्ड जैतु साव मठ के नाम पर किया गया, पर भुगतान उमा तिवारी नामक महिला के निजी बैंक खाते में किया गया, जो गड़बड़ी है।”
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दलालो और राजस्व अफसरो सुनियोजित षड़यंत्र-
साढ़े पांच एकड़ जमीन भारत माला परियोजना अंतर्गत राजस्व विभाग ने अधिग्रहण किया, जिसके बदले में 2 करोड़ 37 लाख रुपये जैतु साव मठ को दिया जाना था। ऐसे में राजस्व अधिकारी निर्भय साहू, जमीन दलालो और मठ के कुछ लोगो ने मिलकर सुनियोजित तरीके से पैसे हड़पने योजना बनाया। बताते है कि जमीन दलालो और मठ में कार्यरत एक व्यक्ति ने उमा तिवारी पति केदार तिवारी नामक महिला को स्वर्गीय विशंभर नाथ पांडेय की पुत्री बताकर खड़े किया और पैसे उसके खाते में जारी कर दिया। उमा तिवारी के आईसीआईसीबैंक सुन्दर नगर शाखा में 2 करोड़ 13 लाख रुपये आरटीजीएस किया गया। स्वतंत्र बोल की पड़ताल में सामने आया कि जिस स्वर्गीय विशम्भर नाथ पांडेय की पुत्री बनकर उमा तिवारी ने फर्जी दस्तावेज जमा किये, उससे श्री पांडेय का दूर दूर तक कोई रिश्ता नहीं है। पैसो की लालच में श्रीमती उमा तिवारी ने स्वयं को स्वर्गीय पांडेय की पुत्री बताई। जबकि श्री पांडेय के तीन पुत्र और एक पुत्री है जिसमे पुत्री श्रीमती शांति देवी की मौत हो चुकी है।
स्वतंत्र बोल की पड़ताल में सामने आया कि जमीन दलाल विजय जैन का तत्कालीन एसडीओ निर्भय साहू से घनिष्ट संबंध था, जिसका फायदा उठाते हुए उन्होंने मठ के पैसो को निकालने षड़यंत्र रचा और जैतु साव मठ में कार्यरत एक अन्य व्यक्ति को शामिल कर पैसो का आहरण किया। जिसके बाद उमा तिवारी पति केदार तिवारी को फर्जी तरीके से स्वर्गीय विशंभर नाथ पांडेय की पुत्री बनाकर एसडीएम अभनपुर के समक्ष खड़ा कर पैसे निकलवाया गया और फिर सभी ने उन पैसो में आपस में बाँट लिया। इस पुरे खेल में एसडीओ निर्भय साहू, उनके रीडर नेताम, जमीन दलाल विजय जैन, उमा तिवारी पति केदार तिवारी सहित मठ में कार्यरत एक अन्य व्यक्ति शामिल है।
