हटाए गए एसडीएम: गड़बड़ी और भ्रष्टाचार में संलिप्त एसडीएम का तबादला, स्वतंत्र बोल के खबर का असर।

स्वतंत्र बोल
रायपुर 05 जनवरी 2024. राजधानी में भू- माफियाओ को सरंक्षण और नियमो का उल्लंघन करने वाले संयुक्त कलेक्टर को हटा दिया गया है। राजधानी के अभनपुर सब डिवीजन में जगन्नाथ वर्मा एसडीएम पोस्टेड थे, वर्मा की कुछ महीनो से अनेको शिकायते थी। अवैध खनन और भू माफियाओ को सरंक्षण देने का आरोप जनपद पंचायत सदस्य ने लगाया था तो संभाग कमिश्नर के आदेशों को सुपरसीड कर 22 एकड़ जमीन दूसरे लोगो को नामान्तरित कर दिया था।

एसडीएम को हटाने कलेक्टर को ज्ञापन: अवैध खनन से ग्रामीणों में आक्रोश, सरकारी सरंक्षण का आरोप

जब प्रदेश प्रशासनिक अमला चुनावी तैयारी में जुटा था तो वर्मा जमीन संबंधी विवादों का निराकरण कर रहे है। स्वतंत्र बोल ने प्रमुखता से उठाया था, जिसका असर भी हुआ है। एसडीएम जगन्नाथ वर्मा का तबादला सूरजपुर किया गया है। वर्मा के साथ अभनपुर एसडीएम का चार्ज लेते ही विवादों से जुड़ गया। उन्होंने कई ऐसे आदेश पारित किये जिसकी सूक्ष्म जांच हो तो उनकी मुसीबते बढ़ जाएगी। दरअसल श्री वर्मा अभनपुर और राजिम में पूर्व में तहसीलदार पदस्थ रहे, ऐसे में जान पहचान और अनुभव का लाभ मिला। वर्मा बेमेतरा में पोस्टेड रहते पुराने कलेक्ट्रेड की सरकारी जमीनों में हेराफेरी के आरोप लगे थे।

पटवारी की बारी-

एसडीएम वर्मा ने अचार सहिंता के दौरान 11 अक्टूबर को सुनवाई करते हुए 22 एकड़ जमीन कथित किसानो के नाम पर करने का आदेश पारित किया था। एसडीएम के आदेश के बाद उसी दिन ही रात को 11 बजे पटवारी कार्यालय खोलकर ऋण पुस्तिका बनाया गया था। बताते है कि एसडीएम ने तुरंत ऋण पुस्तिका बनाने पटवारी पर दबाव बनाया था। पूरा मामला अर्थतंत्र से जुड़ा हुआ है, एसडीएम के बाद पटवारी पर कार्यवाही होगी।

 

जगन्नाथ का आदेश: एसडीएम ने कमिश्नर के आदेशों को पलटा, ऋण पुस्तिका बनाने आधी रात खुलवाया पटवारी कार्यालय!

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