स्वतंत्र बोल
रायपुर 11 अप्रैल 2024. समता कॉलोनी के मुख्य मार्ग में नगर निगम की जमीन पर अवैध तरीके से पेट्रोल पंप खोलने और अवैध कब्जे की शिकायतों के बीच नया खुलासा हुआ है। दरअसल निगम की जमीन पर पेट्रोल पंप खोलने की अनुमति साल 2020 में जिला प्रशासन द्वारा दी गई थी, जिसके बाद से ही विवाद बढ़ा है। जिला प्रशासन ने अभ्यावेदन पर विचार करते हुए आवेदक मनोज सरावगी को पेट्रोल पंप खोलने के लिए अनुमति जारी कर दिया, लेकिन बाद में हुई शिकायत के बाद प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए। अब राजस्व विभाग सहित नगर निवेश विभाग ने निर्माण रोकने संबंधी नोटिस मेसर्स नेहा स्पंज आयरन के संचालक को भेजा है। उधर स्पंज आयरन फ़ैक्ट्री के संचालक ने निगम को नोटिस का जवाब देकर निगम की कार्यवाही पर ही सवाल उठा दिया है।
निगम मौन, आयुक्त को जानकारी नहीं:
राजधानी के पॉश इलाके समता कॉलोनी के मुख्य मार्ग में 12 करोड़ रूपये कीमत की सरकारी जमीन पर कब्ज़ा कर अवैध तरीके से पेट्रोल पंप खोलने की जानकारी निगम आयुक्त को नहीं है। निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने इस मामले पर किसी भी तरह की जानकारी से अनभिज्ञता जताया, और जानकारी लेकर कार्यवाही की बाते कही.. जबकि निगम के सूत्र बताते है कि पूर्व में जोन कमिश्नर द्वारा पेट्रोल पंप में कार्यरत मजूदरो के सामनो को जब्त करने पर निगम कमिश्नर के निर्देशों पर ही ही जब्त सामान को वापस करने पहुंचे थे, अब सवाल उठता है कि आखिर निगमायुक्त की ऐसी क्या मज़बूरी है कि वे जानकर पुरे मामले से अंजान बन रहे है।
समरथ को नहीं दोष गोसाई–
सरकारी जमीन पर कब्ज़ा के आरोपों का सामना कर रहे मनोज सरावगी और राकेश सरावगी बंधू स्टील के बड़े कारोबारी बताये जाते है। रायपुर बेमेतरा सहित कई शहरों में उनके स्पंज आयरन और स्टील की फ़ैक्टरियाँ तो राजधानी के शंकर नगर इलाके में ही पेट्रोल पंप के मालिक है। स्टील के साथ रियल स्टेट का भी बड़ा काम बताया जाता है।
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