स्वतंत्र बोल
रायपुर 16 दिसंबर 2023. प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद अधिकारियो और कार्यकर्ताओ का आरएसएस प्रेम जाग उठा है। अधिकारी और सीनियर अफसर अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रान्त कार्यालय में चक्कर लगा रहे है। एक दिन पहले पुलिस विभाग के तीन सीनियर अफसर वर्दी में आरएसएस के प्रान्त प्रचारक से मिलने पहुंचे थे। आम तौर पर जूते नहीं उतारने वाले अफसर जागृति मंडल में नियमानुसार प्रवेश के पूर्व में जूते उतारकर पहुंचे थे।
बताते है कि अफसरों की प्रान्त प्रचारक प्रेम सिदार से मुलाकात हुई। अफसरों में एडीजी विवेकानंद सिन्हा, डीआईजी आरएन दास और डीआईजी केएल ध्रुव शामिल थे। तीनो ही अफसर करीब 20 मिनट जागृति मंडल में वेटिंग हाल में इंतजार करते रहे, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं। उधर जागृति मंडल के साथ ही वीआईपी रोड राम मंदिर में अफसरो, नेताओ और बीजेपी कार्यकर्ताओ की भीड़ उमड़ रही है। कुछ दिनों पूर्व एडीजी एसआरपी कल्लूरी भी भगवान् राम के दर्शन के बहाने बड़े संघ नेता से मिलने गए थे। शपथ ग्रहण के बाद सीएम विष्णुदेव साय भी राम मंदिर दर्शन गए थे।
दरअसल इस चुनाव में बीजेपी की अप्रत्याशित जीत का पूरा श्रेय आरएसएस को जा रहा है, जिसके लाखो स्वयसेवको ने शांतिपूर्वक काम किया और दोबारा सरकार बनाने की तैयारी कर रही कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में संघ की बीजेपी नेताओ ने नहीं सुनी तो उन्होंने साथ नहीं दिया, जिसका परिणाम हुआ कि 15 सीटों पर बीजेपी सिमट गई थी। इस बार एक पक्षीय दिख रहे चुनाव में ना केवल बीजेपी की वापसी हुई बल्कि सर्वाधिक सीटों से सरकार बनाने में कामयाब हुई।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार आरएसएस का प्रभाव ही रहा कि भूपेश सरकार के अधिकांश मंत्री चुनाव हार गए और साजा में राजा को हराकर एक मजदूर अब विधायक बन गया। पूरे प्रदेश में आरएसएस के प्रति अधिकारियो और कार्यकर्ताओ में प्रेम बढ़ा हुआ है। पूर्व में सत्ता के करीब रहे अधिकारीयो,लेखकों और पत्रकारो ने अच्छे दिन की उम्मीद से आरएसएस नेताओ से नजदीकी बढ़ाने में जुटे है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार में वापसी, आरएसएस नेताओ का दावा
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