स्वतंत्र बोल
रायपुर 26 फरवरी 2024. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 7 जनवरी 2024 को राजिम भक्तिन माता जयंती के अवसर पर कहा था कि राजिम कुंभ की भव्यता पुनः लौटेगी, देश भर से साधु संत इसमें शामिल होने आएंगे। मुख्यमंत्री के विशेष पहल से राजिम कुंभ की वैभवता पुनः लौट आई है। संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देशन में राजिम कुंभ कल्प- 2024 भगवान श्रीराम को समर्पित करते हुए पूरे कुंभ की संरचना श्रीराम की थीम पर आधारित किया गया है। कुंभ मेला परिसर में जगह-जगह भगवान श्रीराम और उनके आराध्य भगवान सदाशिव की प्रतिमाएं रंगोली और कट-आउट जगह-जगह नजर आने से पूरा राजिम राममय नजर आ रहा है। यहां पर आने वाले स्थानीय लोक मंच के कलाकार सहित राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की गायिकी में भी राम रस बरसता हुआ नजर आ रहा है।
भगवान राजीव लोचन जो स्वयं भगवान विष्णु के अवतार है, तो प्रभु श्री राम भी विष्णु के अवतार है और यहां पर श्रीराम की थीम पर आयोजित कुंभ में जगह-जगह विराजे राम को देखकर ऐसा लगता है मानो छत्तीसगढ़ की इस पावन धरा में स्थित लोमश ऋषि आश्रम में पुनः राम पधारे हो और संगम के तट पर राम का राम से मिलन हो रहा है। इस अनुपम छटा का साक्षात्कार जब शाम को लेजर लाइट और साउंड के माध्यम से होता है तब उपस्थित जन समुदाय भक्ति के उस रोमांच से भाव विभूत हो जाता है जिसका वर्णन करना जन-साधारण के लिए असंभव है, इस रोमांच को सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
झांकी के माध्यम से प्रभु श्री राम के आदर्शाे को जानने का मिल रहा अवसर-
राजिम कुंभ मेला स्थल में प्रभु श्री राम के जीवन चरित्र और उनके छत्तीसगढ़ वनवास अवधि पर आधारित जीवंत झांकी का प्रदर्शन किया जा रहा है। लोग धार्मिक सद्भाव और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शाे को अनुभव कर झांकी आनंद उठा रहे हैं।
राजिम कुंभ मेला में हजारों लोगों को मिल रहा निःशुल्क भोजन-
राजिम कुंभ मेला में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं, मेलार्थी को किसी प्रकार की परेशानिया न हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है। राजिम मेला पहुंचने के लिए रायपुर, धमतरी, महासमुंद और गरियाबंद चारों जिलों के विभिन्न क्षेत्रों से बसों की सुविधा उपलब्ध की गई है। वहीं मेला में आए सभी श्रद्धालुओं के मूलभूत सुविधाएं जैसे भोजन, पेयजल, शौचालय की व्यवस्था रखी गई है।
राजिम कुंभ में लोकमंच के कलाकारों ने दर्शकों की वाहवाही लूटी –
मुख्य मंच में क्षेत्र के स्थानीय कलाकारों ने अपनी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी और दर्शकों की वाहवाही लूटी। इसी तारतम्य में शांति साहू और उनके सहयोगी कलाकारों ने भजन गाकर पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया। गायिका ऐश्वर्या साहू द्वारा गाया भजन वीर हनुमाना को श्रोताओ ने काफी पसंद किया।
