रेलवे पटरी चोरी प्रकरण: स्पंज आयरन फ़ैक्ट्री संचालक और रसूखदार आरोपित फरार, आरपीएफ को ढूंढे नहीं मिल रहे

स्वतंत्र बोल
बिलासपुर/रायपुर 31 जनवरी 2024.  रेलवे के पटरी को चोरी कर स्पंज आयरन फ़ैक्ट्री में खपाने वाले कबाड़ियों और खरीदने वाले स्पंज आयरन संचालको पर आरपीएफ अब तक प्रभावी कार्यवाही नहीं कर पाया है। आरपीएफ ने स्पंज फ़ैक्ट्री संचालक और अन्य प्रभावशाली लोगो को समंस जारी कर जवाब मांगा है जबकि पूर्व में गिरफ्तार हुए छोटू पाड़े ने चोरी का लोहा ईमरान और फिरोज के माध्यम से मंगल स्पंज आयरन में बेचना कबूल किया। जिसके बाद आपीएफ ने फेक्ट्री में कार्यरत चार कर्मियों को गिरफ्तार किया था, उसके बाद से आरपीएफ के अफसर शांत हो गए है। पटरी चोरी की खबर को दबाने में जुटे रहे, स्वतंत्र बोल द्वारा खबर प्रकाशन के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
कागजो में फरार-
आरपीएफ अफसरों के अनुसार बिलासपुर के कबाड़ कारोबारी ईमरान, फिरोज समेत मंगल स्पंज आयरन के संचालक सुरेश और नरेश अग्रवाल फरार है, पर वास्तविकता इसके उलट है। बताते है कि सभी कारोबारी बिलासपुर में ही मौजूद है और अपने काम में जुटे हुए है पर आरपीएफ को ढूंढे नहीं मिल रहे। बिलासपुर में दर्जन भर से अधिक कबाड़ी है जो निर्भीकता से चोरी का लोहा, और सामान खरीदते है। बिलासपुर सबसे बड़ा रेलवे जोन है, बड़े पैमाने पर चोरी का लोहा और कोयला खपाया जाता है। छोटू पांडे, ईमरान, फिरोज, संतु, संतोष, ऐसे नाम है जो लंबे समय से कबाड़ जुटे हुए है तो उन्हें सफेदपोश लोगो का सरंक्षण प्राप्त है। फिरोज को राजधानी के किसी भाईजान का सरंक्षण मिलता था।

 

फ़ैक्ट्री में चोरी का लोहा: दगोरी स्टेशन से पटरी चोरी, बिलासपुर के कबाड़ियों ने ख़रीदा और बिल्हा के स्पंज आयरन फ़ैक्ट्री में बेचा..

 

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