स्वतंत्र बोल
लखनऊ 20 जून 2024: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की छात्रा आयुषी पटेल ने NEET UG 2024 परीक्षा में बड़ी धांधली का इल्जाम लगाते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय से नेशनल टेस्टिंंग एजेंसी (NTA) पर कार्रवाई करने की मांग की थी।
उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर अपनी OMR शीट के साथ छेड़छाड़ किए जाने का दावा कर दिया था। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी को उनकी बातों में इतना दम लगा कि बिना जांच-पड़ताल हुए ही, उन्होंने छात्रा की बातों को सही ठहरा दिया और उनके पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सरकार और NTA को लताड़ लगा दी।
लेकिन, अब इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जांच के दौरान आयुषी पटेल के सभी डॉक्यूमेंट्स ही जाली पाए गए हैं। यही नहीं हाई कोर्ट ने NTA को आयुषी पटेल के खिलाफ कार्रवाई करने की छूट भी दे दी है।दरअसल, आयुषी पटेल ने दावा किया था कि, उसकी OMR शीट फटी हुई आई है और उसे 720 में से 715 नंबर आए हैं, फिर NTA ने आयुषी पटेल की असली OMR शीट ही अदालत के सामने रख दी जिसे आयुषी ने भी स्वीकार किया। इस OMR शीट के अनुसार, आयुषी को 720 में से 355 अंक मिले हैं, जिसके बाद आयुषी ने अपनी याचिका वापस ले ली। इससे भाजपा को पलटवार का मौका मिल गया है। भाजपा ने प्रियंका गांधी से पूछा है कि, अब हाईकोर्ट ने आयुषी की याचिका ठुकरा दी है। उसके दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं, तो क्या प्रियंका गांधी बिना जांच के बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए माफी मांगेंगी? कहीं NEET-UG में धांधली कांग्रेस की साजिश तो नहीं? भाजपा के अलावा भी अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स पूछ रहे कि, क्या प्रियंका ने छात्रों को भड़काने की कोशिश की ? क्या अब वे अपने बयान का खंडन कर सकेंगी?
दरअसल, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आयुषी पटेल का वायरल वीडियो अपने हैंडल पर पोस्ट करते हुए NEET परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया था। उन्होंने एक्स पर लिखा था, NEET जैसी परीक्षाओं में लाखों बच्चे मेहनत से तैयारी करते हैं और अपनी जिंदगी के सबसे कीमती पल इस तैयारी में लगाते हैं। पूरा परिवार इस प्रयास में अपनी श्रद्धा और शक्ति डालता है लेकिन साल दर साल इन परीक्षाओं में पेपर लीक, रिजल्ट से जुड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। क्या परीक्षा कराने वाली एजेंसियों की जवाबदेही तय नहीं होनी चाहिए?
कांग्रेस नेत्री ने आगे लिखा था, क्या सरकार को लापरवाही वाला रवैया छोड़ परीक्षा प्रणाली पर गंभीरता से विचार नहीं करना चाहिए? हम अपने युवा साथियों के सपनों को यूं बिखरते हुए नहीं देख सकते। अब जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय में आयुषी के दस्तावेज़ ही जाली पाए गए हैं, तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यूज़र्स प्रियंका गांधी से लोग सवाल कर रहे हैं कि, आपने झूठी वीडियो फैलाकर छात्रों को भड़काने का प्रयास क्यों किया ? कम से कम जांच तो हो जाने देते। कुछ लोग ये भी पूछ रहे हैं कि, यदि NEET पर चल रही राजनीति से भड़ककर छात्र हिंसा का रास्ता अपना लेते, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता ?
भाजपा IT सेल चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, प्रियंका वाड्रा ने इस फर्जीवाड़े का वीडियो ट्वीट कर आयुषी पटेल के साथ NEET में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। लगता है कि कांग्रेस भी फर्जीवाड़ा करती है। क्या अब वे जवाब देंगे? वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपनी पोस्ट में कहा कि, मैं इस मामले में प्रियंका गांधी से माफी की मांग के साथ ही कानूनी कार्रवाई की मांग करता हूं। यह जांच का विषय है कि क्या कांग्रेस ने फर्जी दावे करने के लिए एक छात्रा आयुषी पटेल को प्रायोजित किया था। यही वह लड़की है, जिसका उपयोग कांग्रेस फर्जीवाड़े को बढ़ावा देने के लिए करती है। प्रियंका वाड्रा क्या करेंगी? क्या वह माफी मांगेगी? क्या इस तरह के झूठ को साझा करने और प्रचारित करने के लिए क्या प्रियंका वाड्रा पर केस दर्ज नहीं किया जाना चाहिए?
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