स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ : 16 कंपनियों के मसाले खाने लायक नहीं, मसालों में मिले कीड़े और पेस्टिसाइड्स

स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ : 16 कंपनियों के मसाले खाने लायक नहीं, मसालों में मिले कीड़े और पेस्टिसाइड्स

स्वतंत्रबोल
NEW DELHI 28 जुलाई 2024
:स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए लोग तरह-तरह के मसाले का उपयोग करते हैं. मसाले को लेकर चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. बताया जा रहा है कि 16 नामी कंपनियों के मसाले अमानक पाए गए हैं. उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन की रिपोर्ट्स के अनुसार कई कंपनियों के कई उत्पाद खाने लायक ही नहीं हैं.

गोल्डी-अशोक समेत 16 कंपनियों के मसाले खाने योग्य नहीं है, जिनके सैंपल मानकों पर फेल मिले हैं जिनके बाद सरकार ने इन मसालों की बिक्री में रोक लगा दी है. दरअसल यूपी खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन यानी एफएसडीए ने इसी साल मई में कानपुर स्थिति इन मसाला कंपनियों पर छापा मारकर इनके सैंपल जांच के लिए भेजे थे. जिनकी रिपोर्ट सामने आ चुकी है, जिनमें ये मसाले मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं.

हालिया जांच में गोल्डी और अशोक मसाले समेत 16 कंपनियों के मसालों में कीड़े और पेस्टिसाइड्स पाए गए हैं. यह जानकारी सामने आने के बाद, इन कंपनियों के मसालों की बिक्री पर तुरंत रोक लगा दी गई है. गोल्डी और अशोक मसाले, जो कि हर घर में इस्तेमाल होते हैं, विशेष रूप से कम आय वर्ग वाले परिवारों में लोकप्रिय हैं. ये कंपनियां सामान्यतः 5-10 रुपए के छोटे पैकेट्स में मसाले प्रदान करती हैं, जिनका व्यापक उपयोग घरों में होता है.

16 कंपनियों के कई प्रोडक्ट खाने योग्य नहीं

जांच में यह भी पाया गया कि इन मसालों में कीड़े और पेस्टिसाइड्स की उच्च मात्रा मौजूद है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं. यूपी खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने बताया कि कानपुर में स्थित 16 कंपनियों के अलग-अलग मसालों के 35 प्रोडक्ट के सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए थे. जिनमें से 23 की रिपोर्ट सामने आई है. जिनके अनुसार 16 कंपनियों के कई प्रोडक्ट खाने योग्य नहीं हैं.

मसालों में मिले जानलेवा बैक्टीरिया

बताया गया है कि इसमें पेस्टीसाइड और कीटनाशक (इंसेक्टिसाइड) की मात्रा बहुत अधिक पाई गई. कीड़े भी मिले हैं. यही कारण है कि एफएसडीए ने मसालों के इन प्रोडक्ट्स की बिक्री पर रोक लगा दी है. खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 16 सैंपल में खतरनाक कीटनाशक और 7 में माइक्रो बैक्टीरिया मिले हैं. पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में मसालों में जानलेवा बैक्टीरिया पाए गए हैं.साय सरकार बनते ही 7 माह में गरियाबंद जिले के 4 आदिवासी कमार जनजाति गांव में पहुंची बिजली की रोशनी, ग्रामीणों में खुशी की लहर

इन कंपनियों के मसाले खाने लायक नहीं-

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