‘स्वतंत्र बोल’
रायपुर 01 जुलाई 2023. राजधानी में नियमो के विपरीत हुए गोदनामा की जाँच प्रारंभ हो गई है, पुरे मामले की जाँच का जिम्मा कलेक्टर ने एडीएम को दिया है। उधर एडीएम एनआर साहू ने सभी पक्षों को नोटिस जारी कर तलब किया है। साल भर पुराने इस मामले पर लीपापोती जारी रही, अब मामला फूटने के बाद जाँच शुरू की गई है। एक दिन पहले गोद लेने वाले दंपत्ति रीमा हितेश जैन को जवाब देने एडीएम ने तलब किया था, जहाँ जैन दंपत्ति ने वकील के माध्यम से अपना पक्ष रखा। उधर महिला बाल विकास के अफसर गड़बड़ी पर पर्दा डालने में जुटे है।
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राजनांदगांव में अधिकारियो ने लौटाया बच्चा-
जैसा मामला राजनांदगांव में सामने आया था, जिसमे विभागीय अधिकारियो ने बच्ची को रेस्क्यू कर उसकी जैविक माँ को सौप दिया था। जानकारीनुसार दरअसल मेघा रवि वर्मा नामक महिला की तीन संताने है, जिसके एक बच्ची को राजधानी के जैन दंपति ने रजिस्टर्ड गोदनामा लिया तो दूसरे बच्ची को राजनांदगांव के एक दंपति ने। गोदनामा देने के बाद महिला ने अधिकारियो से अपनी बच्ची को वापस वापस मांगा तो पूरा मामला सार्वजनिक हुआ।
शिकायत पर जिला कार्यक्रम अधिकारी और बाल सरंक्षण अधिकारी राजनांदगांव ने कार्यवाही करते हुए बच्ची को उसकी रेस्क्यू कर जाँच पड़ताल उपरान्त उसकी जैविक माँ मेघा रवि वर्मा को सौप दिया था। यही प्रक्रिया में राजधानी के महिला बाल विकास के अफसरो को भी अपनानी थी पर ऐसा नहीं किया और बच्ची को बिना दत्तक प्रक्रिया अपनाये ही जैन दंपत्ति को गोद दे दिया।
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