स्वतंत्र बोल
रायपुर 08 दिसंबर 2024. सहकारिता विभाग में अजब गजब हो रहा है, विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने एक तरफ विभागीय मंत्री केदार कश्यप ने जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे तो दूसरी तरफ उनके विभाग के अधिकारी भ्रष्ट अफसरों के पनाहगार बने हुए है। भ्रष्टाचार और स्वेक्षाचारिता शिकायत पर जिस अधिकारी को हटाने के लिए सहकारिता विभाग के अफसरों ने अपैक्स बैंक प्रबंधन को पत्र लिखा, उस पर महीनो बाद भी अमल नहीं हो पाया है।
जिला सहकारी बैंक रायपुर की सीईओ अपेक्षा व्यास पर आर्थिक अनियमितता, गबन और भ्रष्टाचार के दर्जनों मामले सार्वजनिक होने और बैंकिंग कर्मचारी नेताओ के द्वारा मोर्चा खोलने के बाद बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू और पुरंदर मिश्रा ने सहकारिता सचिव सीआर प्रसन्ना को पत्र लिखकर सीईओ पद से हटाकर कार्यवाही करने कहा था, पर महीनो बाद भी उस पर अमल नहीं हो सका है। बीजेपी विधायक मोतीलाल साहू के पत्र पर कार्यवाही करने सहकारिता विभाग ने अपैक्स बैंक कमलनारायण कांडे को सितंबर में पत्र लिखा था, उस पर अमल नहीं होने पर 18 अक्टूबर को दूसरा रिमांडर पत्र जारी किया था .. उसके बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जबकि कमलनारायण कांडे अब अपैक्स बैंक के एमडी और मंत्री के ओएसडी दोनों ही पदों पर है। अपेक्षा व्यास की बेहद गंभीर शिकायते है।
सीईओ श्रीमती व्यास पर जिला सहकारी बैंक दुर्ग में सीईओ रहते बिना निविदा और भंडार क्रय नियमो के विपरीत तालपत्री, सुतली, भूसा खरीदी में करोडो के आर्थिक अनियमितता योगेंद्र दिल्लीवार और लेखुदास साहू ने किया था। शिकायतों के अनुसार तालपत्री खरीदी करने सहकारी समितियों के बचत खाते की राशि नहीं होने पर समिति अल्पकालीन ऋण वसूली की राशि को बचत खाते में डलवाकर और फर्जी अप्लकालीन ऋण स्वीकृत कर बिलो कराया गया। जिसमे सिर्फ बेमेतरा जिले में 20 करोड़ रुपये भुगतान हुआ है।
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