लक्ष्मी नागरिक सहकारी बैंक घोटाला: जाँच करने पहुंचे अधिकारी, घंटो दस्तावेजों को खंगाला.. और सूटकेस लेकर लौटे !

स्वतंत्र बोल
रायपुर 19 सितंबर 2024.  राजधानी के लक्ष्मी नागरिक सहकारी बैंक खाताधारकों के साथ हुए धोखधड़ी की जाँच शुरू हो गई है। बीते दिनों सहकारिता विभाग से जाँच अधिकारी बैंक पहुंचे और घंटो दस्तावेजों की जाँच की। जाँच अधिकारियो में पीसी ध्रुव, रितेश तांडी और आकांक्षा उइके शामिल थे। बैंक में जहा ढाई हजार से अधिक महिलाओ ने भरोसा के साथ खाता खुलवाया और अपने गाढ़ी कमाई का पैसा जमा करते रहे, अब उन्ही महिलाओ के साथ बैंक प्रबंधन पर फ्रॉड करने का आरोप लगा है। आरोपों के अनुसार बैंक प्रबंधन ने खाताधारकों के आधार कार्ड, पैनकार्ड का दुरुपयोग कर करोडो रुपये का लोन फर्जी तरीके से जारी किया और सैकड़ो महिलाओ को कर्जदार बना दिया। खाताधारकों को अपने साथ हुए धोखधड़ी की जानकारी तब हुई, जब वे बैंक में महतारी वंदन योजना अंतर्गत पैसा निकालने पहुंचे।

जाँच अधिकारियो को उपहार !
बैंक के संचालक मंडल में सभी महिलाये है। बैंक की अध्यक्ष सत्यबाला अग्रवाल और शांति अग्रवाल उपाध्यक्ष है। बताते है कि श्रीमती अग्रवाल को अविभाजित मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था। उनके बैंक में महिला खाताधारकों के साथ ही करोडो का धोखाधड़ी हो गया है। उधर जाँच अधिकारियो को बैंक प्रबंधन ने मैनेज करने की कोशिश की है। चर्चा है कि जाँच अधिकारियो ने बैंक प्रबंधन ने एक एक सूटकेस और अन्य उपहार दिया है।

 

बैंक में फर्जीवाडा: खाताधारकों को पता नहीं और जारी हो गया लोन, महतारी वंदन की राशि से हुई वसूली !

error: Content is protected !!