सरकारी राशन दुकान में लाखों का घोटाला: लाभार्थी को मौत के बाद भी बांट रहे थे राशन! पुलिस ने सचिव और विक्रेता को किया गिरफ्तार
रायगढ़। जिले के ग्राम पंचायत बैहामुड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान में गबन का मामला सामने आया है. बीते दिनों स्थानीय निवासी की शिकायत पर खाद्य निरीक्षक प्राची सिन्हा ने मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण किया था, इस दौरान उन्हें भारी अनियमितता मिली, जिसके बाद उन्होंने थाना घरघोड़ा में दुकान सचिव और विक्रेता के खिलाफ गबन का मामला दर्ज कराया था। इसपर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि पुलिस ने ग्राम पंचायत बैहामुड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान, सचिव अशोक चौहान और विक्रेता गजानंद पटेल द्वारा संचालित की जाती है। शिकायतकर्ता संतोष कुमार राठिया की शिकायत पर 2 अगस्त 2024 को की गई जांच में खाद्य निरीक्षक ने पाया कि दुकान से 94.28 क्विंटल चावल, 15.04 क्विंटल चना, 9.25 क्विंटल शक्कर और 22.14 क्विंटल नमक का वितरण लाभार्थियों को नहीं किया गया और उसे गबन कर लिया गया। जिसका बाजार मूल्य लगभग 5,20,003.57 रुपए है। इसके अतिरिक्त एक राशनकार्ड धारी की मृत्यु के छह महीने बाद तक उसके राशन कार्ड के उपयोग की गड़बड़ी भी खाद्य निरीक्षक ने उजागर की थी।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 316(5) बी.एन.एस. 3,7 ई.सी. एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 258/2024 में मामला दर्ज किया और 05 सितंबर 2024 को दोनों आरोपियों अशोक चौहान (52 वर्ष) और गजानंद पटेल (43 वर्ष) को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया। मामले में आगे की जांच जारी है।CG सुकमा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी: 1 लाख के इनामी नक्सली सहित 2 माओवादियों को किया गिरफ्तार, विस्फोटक सामाग्री भी बरामद
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