सीईओ के खिलाफ शुरू हुई जाँच: डीजीएम ने दस्तावेजों के साथ किया तलब.. बड़ा सवाल कब तक होगी पूरी ?

स्वतंत्र बोल
रायपुर 17 सितंबर 2024.  जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के तत्कालीन सीईओ अपेक्षा व्यास पर आर्थिक अनियमितता और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर जाँच अधिकारी जिला सहकारी बैंक दुर्ग के सीईओ से दस्तावेज मांगा है। सीईओ श्रीमती व्यास पर पैसे लेकर ट्रांसफर पोस्टिंग करने, सहायक लेखापालों को बैंको में प्रभारी शाखा प्रबंधक बनाने और, कैप कव्हर एवं बोरा सुतली खरीदी में करोडो के भ्रष्टाचार का आरोप है। प्रारंभिक जाँच में कुछ फैक्ट्स सही भी पाए गए है। श्रीमती व्यास की शिकायत दुर्ग के सहकारी समिति के पदाधिकारियों ने पंजीयक सहकारिता विभाग से किया था, जिसके बाद जाँच जारी है।

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अपैक्स बैंक से डीजीएम ए.के. श्रीवास्तव को जाँच का जिम्मा सौपा गया है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार जाँच अधीकारी ने श्रीमती व्यास से शिकायतों पर दस्तावेजों के साथ जवाब मांगा है, तो जिला सहकारी बैंक दुर्ग के सीईओ श्रीकांत चंद्राकर से खरीदी और ट्रासंफर पोस्टिंग सम्बन्धी डिटेल्स माँगा गया है। बताते है कि श्रीमती व्यास ने जवाब देने जाँच अधिकारी से समय मांगा है।

राजधानी में खुला मोर्चा-
श्रीमती व्यास वर्तमान में राजधानी के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की सीईओ है, उन पर लगे आर्थिक अनियमितताओं के आरोपों पर राजधानी में बैंकिंग कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल हटाने की मांग की है, जिसके बाद स्थिति गड़बड़ हो गई है। श्रीमती व्यास पर आर्थिक अनियमितता के आरोपों के बाद राजधानी के बैंक का सीईओ बनाने पर हंगामाँ खड़ा हो गया है, बैंकिंग कर्मचारी संघ के पदाधिकारी उन्हें कांग्रेसी नेताओ को करीबी बता रहे है, दुर्ग के वरिष्ठ बीजेपी नेता और जिला सहकारी बैंक दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन के जेल जाने के पीछे श्रीमती व्यास को जिम्मेदार ठहरा रहे है। ऐसे में आने वाले दिनों में श्रीमती व्यास की मुश्किलें बढ़ सकती है। सीईओ व्यास को किसी “तिवारी” उपनाम के व्यक्ति द्वारा प्रश्रय दिया गया है।

 

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