बीजापुर 24 नवम्बर 2022: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में मलेरिया और एनीमिया से पीड़ित एक छात्रा ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया है। छात्रा जिले के एक नक्सल प्रभावित गांव के पोस्ट मैट्रिक आश्रम में रहकर कक्षा 11वीं में पढ़ाई करती थी। वो पिछले कई दिनों से बीमार थी। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। मामला जिले के उसूर थाना क्षेत्र का है।
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जानकारी के मुताबिक, उसूर के पोस्ट मैट्रिक आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाली 11वीं की छात्रा सुशीला पुनेम पिछले कई दिनों से बीमार थी। टेस्ट में एनीमिया और मलेरिया ग्रसित होना पाया गया था। जिसके बाद वह रोजाना हॉस्टल में ही दवा लेकर रहती थी। लेकिन, बुधवार की सुबह उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। वार्डन ने फौरन गंभीर हालत में उसे उसूर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया।
यहां कुछ देर इलाज करने के बाद उसकी हालत बिगड़ती देख डॉक्टरों ने उसे बीजापुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां देर शाम इलाज के दौरान सुशीला ने दम तोड़ दिया। BEO संतोष गुप्ता ने मौत की पुष्टि की है। इधर, छात्रा की मौत के बाद परिजनों ने हॉस्टल वॉर्डन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि, छात्रा की तबीयत जब पहले बिगड़ी थी उसी समय उसे अस्पताल में भर्ती कराना था। हालांकि, अफसरों ने मामले में जांच की बात कही है।
दूसरी कक्षा के छात्र की भी हुई थी मौत
बीजापुर जिले में कुछ दिन पहले दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र की मलेरिया से मौत हो गई थी। छात्र तामोड़ी के आश्रम-शाला में रहकर पढ़ाई करता था। वह 3 दिनों से बीमार था। आश्रम के अधीक्षक ने दवा दी थी, जिसके बाद छात्र सो गया। फिर दूसरे दिन सुबह उसने आंख नहीं खोली। बीमारी के चलते छात्र ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद कलेक्टर ने अधीक्षक की लापरवाही बताते हुए उन्हें निलंबित कर दिया था।
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