स्वतंत्र बोल
रायपुर 06 फरवरी 2024. बजट सत्र के दूसरे दिन भाजपा सदस्यों ने पूर्व के कांग्रेस सरकार में राशन घोटाले की सदन की समिति से जाँच की मांग की। मंगलवार को प्रश्नकाल में भाजपा के विधायक धरमलाल कौशिक ने वर्ष 2023 में हुए चावल घोटाले का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राशन माफिया द्वारा चावल शक्कर चना की अफरा तफरी की गई, करोडॉ का घोटाला किया गया, सरकार ने पुराने कार्यकाल में जाँच कराने की घोषणा की थी पर जाँच हुआ नहीं। जाँच 24 मार्च 2023 तक होना था, पर उससे पहले की सत्रावसान कर दिया गया, इसलिए नए मंत्री बताये कि 2023 की स्थिति में कितने राशन की अनियमितता, कितने दूकान संचालको पर एफआईआर और कितने सस्पेंड किये गए। बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर और राजेश मूणत ने भी सवाल पूछा तो
जवाब देते हुए खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि
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“ अनियमितता हुई है, इसके लिए 227 दुकाने निलंबित की गई तो 181 राशन दुकाने निरस्त की गई और २४ दुकान संचालको के खिलाफ अपराध भी दर्ज कराया गया है।”
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विधायकों ने समुचित कार्यवाही की मांग तो मंत्री ने कहा कि “मेरे कार्यकाल का नहीं है।” इस पर विधासभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि
“कार्यकाल किसी का भी हो सरकार के मंत्री के रूप में आपका दायित्व है और जवाब आपको देना है।”
मंत्री का गैर जिम्मेदारी पूर्ण जवाब-
खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने अफसरों पर कार्यवाही पर कहा कि मेरे कार्यकाल का मामला नहीं है तो बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने आपत्ति करते हुए इसे गैरजिम्मेदारी पूर्ण उत्तर बताया। उन्होंने कहा कि जब गड़बड़ी से आप सहमत है तो जाँच कराये। दरअसल मंत्री बघेल से विधायक समय सीमा या विधायक दाल की समिति से जाँच चाहते थे पर मंत्री सिर्फ जाँच करने की बाते कहते रहे, ऐसे में संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सदन की समिति से जाँच कराने का घोषणा की। सदन में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल घिरते नजर आये। राशन के धान खरीदी पर भी सही आंकड़े बताने से चुके तो वहा भी संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सम्हाला।
किलोल पत्रिका खरीदी मामलें में सरकार ने विधानसभा भेजी रिपोर्ट
