भोपाल 9 नवम्बर 2022: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बिजली विभाग और नगर निगम बकाया राशि को लेकर आमने-सामने हो गए हैं। बिजली विभाग ने नगर निगम पर 24 करोड़ रुपए का बकाया राशि निकाला है। जिसके बाद निगम ने एमपीईबी पर करीब 45 लाख का रिकवरी निकाला है। अब दोनों ही विभाग एक दूसरे को राशि जमा करने कह रहे हैं। भोपाल नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने कहा कि बिजली विभाग निगम की राशि को तत्काल जमा करें। निगम ने भी विद्युत वितरण कंपनी पर रिकवरी निकाली है।
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बिजली विभाग
बिजली विभाग पर नगर निगम ने करीब 45 लाख की रिकवरी निकाली गईबिजली विभाग और नगर निगम के बीच बकाया राशि को लेकर विवाद चल रहा है। बकाया राशि के कारण बिजली विभाग ने स्ट्रीट लाइट की बंद कर दी थी। लाइट बंद होने के बाद निगम ने बिजली दफ्तर के नल कनेक्शन काट दिए थे। बिजली विभाग का नगर निगम पर 24 करोड़ रुपए और निगम का बिजली विभाग पर करीब 45 लाख रुपए बकाया है। आज नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बैठक कर स्ट्रीट लाइट चालू करने के निर्देश दिए हैं।
बिजली स्ट्रीट लाइट को लेकर भोपाल कलेक्टर अविनाश लावनिया ने कहा कि आज इसी को लेकर प्रभारी मंत्री ने बैठक ली है और सख्त निर्देश दिए हैं। आगे से इस तरह सामंजसय बिगड़ने की स्थिति ना बने। अगर कभी कोई ऐसी स्थिति बनती है, तो मेरे समक्ष या किसी वरिष्ठ के समक्ष आपस में चर्चा करें। आज शाम तक सभी स्ट्रीट लाइट चालू हो जाएंगे। बिजली विभाग ने सिर्फ 10 परसेंट स्ट्रीट लाइट सिंबॉलिक बंद की थी। मंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि शाम तक स्ट्रीट लाइट चालू हो जाएगी।
बिजली पानी का सप्लाई शुरू
आज नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कलेक्टर, कमिश्नर, बिजली विभाग और नगर निगम के अधिकारियों की बैठक ली। मंत्री भूपेन्द्र सिंह की अफसरों को दो टूक कहा कि तत्काल बिजली पानी का सप्लाई शुरू करें। जितनी स्ट्रीट लाइट बंद है, उन्हें जल्द शुरू करवाएं। इन दोनों ही विभागों के बीच में थोड़ा ग़लतफ़हमी हुआ था, लेकिन अब उसे भी ठीक कर लिया गया है।
बता दें कि भोपाल की शहरों में ब्लैक आउट है। शहर के 40 से ज्यादा इलाकों की स्ट्रीट लाइटें पिछले 12 दिनों से बंद हैं। जिसमें वीआईपी रोड, भोज सेतु, कमला पार्क, पॉलीटेक्निक चौराहा और आसपास के पॉश इलाके शामिल हैं। बिजली विभाग और नगर निगम के बीच पैसों को लेकर लड़ाई चल रही है। जिसका असर जनता पर पड़ रहा है।
कांग्रेस में शामिल हुए जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य और सरपंच समेत 100 से अधिक कार्यकर्ता
