एसएनसीयू में 4 नवजातों की मौत, शासन का एमएस, एचओडी और हॉस्पिटल सलाहकार को नोटिस, 2 दिन में दें जवाब

अंबिकापुर 9 दिसम्बर 2022: मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू में सोमवार को 3 घंटे के भीतर 4 नवजातों की मौत के बाद जांच समिति के प्रतिवेदन के आधार डीएमई ने यहां की व्यवस्था में सुधार के लिए 4 सुझाव दिए हैं। वहीं जांच समिति की प्रतिवेदन के आधार पर शासन ने मामले में एमएस डाॅ. लखन सिंह, एचओडी शिशु रोग डाॅ. सुमन सुधा और हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट प्रियंका कुरिल को नोटिस भेजकर दो दिन के भीतर जवाब मांगा है।

तीनों अधिकारी गुरुवार को पूरे दिन नोटिस के जवाब तैयार करने में जुटे रहे। उच्च प्रबंधन के अनुसार जांच रिपोर्ट के आधार पर इन अधिकारियों से यह पूछा है कि एसएनसीयू में एक ही डॉक्टर कैसे उपस्थित थे? सीनियर डाॅक्टर राउंड क्यों नहीं लेते हैं और विद्युत निरंतरता के लिए क्या प्रयास किए गए? इसके अलावा कुछ और बिंदुओं को लेकर इनसे दो दिन में जवाब मांगा है।

अब सीनियर डाॅक्टर शाम को भी राउंड लेंगे और मरीज के केस फाइल में साइन करेंगे। इसके साथ अस्पताल में चौबीस घंटे बिजली के लिए दो फीडर लगाने के अलावा हर रोज वार्ड के निरीक्षण रजिस्टर में ड्यूटी डाक्टर का साइन व गंभीर मरीजों की जानकारी न ड्यूटी सीनियर डाॅक्टर को जूनियर डाॅक्टर देंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हें मरीज देखने बुलाएंगे।

डीएमई के आदेश पर गुरुवार को डीन डाॅ. आर मूर्ति ने अस्पताल में सभी विभागों के प्रभारियों की मैराथन बैठक ली और सभी सुझाव पर आज से अमल करने निर्देश दिए। इसकी मॉनिटरिंग के लिए उन्होंने अस्पताल का वाट्सएप ग्रुप भी बना दिया है, जिस पर हर रोज की जानकारी अपलोड होगी।

डीएमई ने व्यवस्था में सुधार करने दिए ये चार सुझाव

1. मेडिकल काॅलेज में 24 घंटे विद्युत संचालन के लिए राज्य विद्युत मंडल से डबल फीडर की व्यवस्था की जाए। 2. शाम को प्रतिदिन सीनियर डॉक्टर राउंड करें और मरीज की केस फाइल में प्रतिदिन नोट्स के साथ सील और साइन करेंगे। 3. वार्ड के लिए निरीक्षण रजिस्टर मेंटेन हो, जिसमें रोज ड्यूटी डॉक्टर निरीक्षण दिन, दिनांक समय के साथ हस्ताक्षर करें। 4. जूनियर डाॅक्टर द्वारा गंभीर मरीजों की जानकारी ऑन ड्यूटी सीनियर डाॅक्टर को दें और जरूरत पड़ने पर उन्हें मरीज को देखने के लिए बुलाएं।

तीन घंटे के भीतर हो गई थी चार नवजातों की मौत

एसएनसीयू में रविवार-सोमवार रात बिजली सप्लाई प्रभावित हुई थी। इस बीच भोर में साढ़े 5 बजे से साढ़े 8 बजे के बीच यहां भर्ती 4 नवजातों ने दम तोड़ दिया। इससे अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठा। मामले को लेकर सोमवार शाम को ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सचिव आर प्रसन्ना और एक शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ अस्पताल पहुंचे थे और पूरी जानकारी ली थी।

इस घटना के बाद भाजपा ने विरोध-प्रदर्शन किया था। निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जांच करा कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही थी।

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