स्वतंत्र बोल
रायपुर 20 फरवरी 2024. खाद्य एवं औषधि प्रशाधन की टीम ने राजधानी में अजय गृह उद्योग में छापेमारी की। अजय गृह उद्योग नाम से संचालित इस फेक्ट्री “चंदा तारे” नामक प्रोडक्ट तैयार कर किराना दुकानो और पान ठेलो के माध्यम से बेचा जाता है। खाद्य अफसरों ने बताया कि प्रोडक्ट के अमानक और स्वास्थ्य के हानिकारक होने की शिकायत मिलने पर कार्यवहाई की गई, अफसरो ने सेम्पल जाँच के लिए लिया है।
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राजधानी के लक्ष्मीनगर पचपेड़ी नाका के एक घर में अजय गृह उद्योग नामक फेक्ट्री में चंदा तारे नाम चटपटी गोलियां तैयार कर बेचीं जाती है। 5 रुपये में मिलने वाली चंदा तारे को खाने के बाद दौंदे खुर्द के बालक का सेहत ख़राब हो गया था। उसके शरीर खुजली के साथ सूजन हो गया था, तब उनके परिजनों में जिला प्रशासन से इसकी शिकायत किया था।
बैच नंबर, एक्सपाइरी का पता नहीं-
चंदा तारे नामक चटपटी गोली को छोटी छोटी डब्बे में भरकर किराना और पान ठेलो को 5 रुपये से लेकर 20 रुपायो में बेचा जाता है। अफसरो के जाँच कि सामने आया कि डब्बो में बैच नंबर और एक्सपायरी डेट का उल्लेख नहीं है। ऐसे में छोटे मासूम बच्चो की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है। बताते है कि पचपेड़ी नाका क्षेत्र में गृह उद्योग की आड़ में लंबे समय से नकली और अमानक सामान का गोरखधधा चला रहा है।
साफ़ सफाई का अभाव, गंदगी-
खाद्य औषधि प्रशाधन की टीम ने छापेमारी की तो कंपनी प्रबंधन का असली चेहरा सामने आया। अफसरो ने बताया कि बड़े बड़े बर्तनो में सेंधा नमक, काली मिर्च और अमचूर पावडर, शक्कर और जीरा को मिलाकर चटपटी गोलियां तैयार की जा रही थी। जिस स्थानों पर प्रोडक्ट तैयार किये जा रहे थे वहा गन्दगी पसरी हुई थी। काम करने मजदूरों ने ना तो मास्क और हैंड ग्लब्स भी नहीं लगाए थे। फ़ैक्ट्री किसी रोशन हिरानी और अजय रुपवानी का बताया जाता है। खाद्य अफसर बृजेन्द्र भारती ने बताया कि
“जांच के लिए सेम्पल कलेक्शन किया गया है, जाँच रिपोर्ट के बाद कार्यवाही की जाएगी।”
