स्वतंत्र बोल
रायपुर 23 दिसंबर 2024. दवा कारोबारियों से डॉयफ्रुट्स और गिफ्ट मांगने वाले खाद्य औषधि प्रशाधन विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक को जाँच अधिकारी ने क्लीन चिट दिया है, पर अब भी आधा दर्जन से अधिक शिकायते स्वास्थ्य विभाग में पेंडिंग है। सहायक नियंत्रक कमलकांत पाटनवार की शिकायत संचालनालय के मातहत कर्मियों ने अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से किया था। कर्मियों ने पाटनवार पर प्रताड़ित करने और आर्थिक लाभ के लिए परेशान करने का आरोप लगाया था। संचालनालय के समस्त कर्मियों ने शिकायत में लिखा कि
“पाटनवार ने हमें इतना प्रताड़ित कर रखा है कि हम लोगो सामूहिक इस्तीफे के आलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। महोदय प्रमोशन और क्रमोन्नति और अवकाश स्वीकृति ,संबंधी कार्यो के लिए परेशां करते है। प्रमोशन और डीपीसी के लिए 5 लाख रुपयों की मांग की है। इसके लिए उन्होंने रायपुर कार्यालय में एक एजेंट भी रखा हुआ है दिवाली के अवसर पर सभी खाद्य सुरक्षा अधिकारियो और औषधि निरीक्षकों से मोटी रकम की मांग की गई थी।”
रिश्वत की बाते निराधार-
पाटनवार की शिकायत राज चंद्राकर ने आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से किया है, जो अब भी पेंडिग है। उधर शासन द्वारा जवाब मांगने पर सहायक नियंत्रक औषधि प्रशाधन कमलकांत पाटनवार ने जवाब में कहा कि खाद्य अनुज्ञप्ति ऑनलाइन जारी होता है, मैंने कोई एजेंट नहीं रखा.. मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। पाटनवार के जवाब से सहमत होकर विभागीय अफसरों ने पैसो मांगने की शिकायत को फिलहाल नस्तीबद्ध कर दिया है। पाटनवार वर्तमान में सीजीएमएससी में प्रतिनियुक्ति पर है।