रायपुर 23 मार्च 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि कोरोना के दौरान भ्रष्टाचार की शिकायतों पर चार डॉक्टरों को सस्पेंड कर विभागीय जांच की जा रही है। इसी तरह कई कंपनियों से अनुबंध समाप्त कर लिया गया है। कुछ की अमानत राशि राजसात कर ली गई है।
भाठापारा विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि कोविड-19 संक्रमण काल के दौरान तीन साल में दवा उपकरण खरीदी में अनियमितता, भ्रष्टाचार की शिकायतों पर क्या कार्रवाई की गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ऐसी 23 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इनमें छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन रायपुर, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जांच की गई है।
जांच के बाद डॉ. एफ. खाखा सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक जिला चिकित्सालय जशपुर, डॉ. अनुरंजन टोप्पो अस्थि रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय जशपुर, डॉ. उषा प्रेमा लकड़ा सर्जरी विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय जशपुर और डॉ. तुकाराम कंवर तत्कालीन प्रभारी सीएमएचओ कोंडागांव को निलंबित किया गया है। साथ ही, विभागीय जांच चल रही है।
इसी तरह मेसर्स मंगलम बायोटेक रिसर्च दिल्ली, मेसर्स भूषण लेबोरेट्रीज दिल्ली व रोनपाल बायोटेक दिल्ली की अमानत राशि राजसात की गई है। मेसर्स भूषण लेबोरेट्रीज दिल्ली को 2 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया गया है। मेसर्स उपकरण फार्मासिटिकल भोपाल का अनुबंध समाप्त किया गया है। इंदु केयर फार्मा पुणे का अनुबंध समाप्त किया गया है।
मेसर्स पेटलार्ड महल आरोग्य मंडल फार्मेसी नाडियाड गुजरात से अनुबंध नहीं किया गया। मेसर्स मंगलम बायोटेक रिसर्च दिल्ली से अनुबंध नहीं किया गया। मेसर्स रोनपाल बायोटेक लिमिटेड दिल्ली से अनुबंध नहीं किया गया। मेसर्स भूषण फार्मासिटिकल दिल्ली से अनुबंध नहीं किया गया। फर्म को 2 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया गया। हाईकोर्ट में केस प्रमाणित होने पर कर्मचारी की सेवाएं समाप्त की गई हैं।
हिमालया रिसर्च लेबोरेटरी जम्मू, उपकरण फार्मासिटिकल भोपाल, पेटलार्ड महल आरोग्य मंडल फार्मेसी नाडियाड गुजरात, मंगलम बायोटेक रिसर्च दिल्ली, भूषण फार्मासिटिकल दिल्ली, रोनपाल बायोटेक दिल्ली और इंदु केयर फार्मा पुणे के निविदाओं की बिड वैधता समाप्त हो जाने के कारण निविदाओं को निरस्त किया गया है। मेसर्स पीडी इंटरप्राइजेस को क्रय आदेश जारी नहीं किया गया। इसके अलावा अन्य शिकायतों में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन छत्तीसगढ़ विधानसभा के 16वें सत्र को संबोधित करने विधानसभा पहुंचे
