बिल्डर की दबंगई: डेढ़ सौ एकड़ में फैले जंगल को काट डाला, पेड़ो की हुई तस्करी.. जिम्मेदार अंजान, लीपापोती में जुटे अधिकारी!

“स्वतंत्र बोल”
रायपुर 23 जून 2023.  राजधानी से सटे कठियाँ नवागांव में लाखो की संख्या में हरे भरे पेड़ो की बलि दे दी गई। सरकारी जमीन में उपजे इमारती और औषधीय पेड़ो को एक बिल्डर ने काट डाला और फारेस्ट विभाग के अफसरों को जानकारी भी नहीं हुई। ग्रामीणों को जब इसकी भनक लगी तब तक डेढ़ सौ एकड़ में फैला पूरा जंगल कट चूका था।

EXCLUSIVE महिला मड़ई में घोटाला: बिना टेंडर प्रक्रिया के चहेते फर्म को दिया करोडो काम.. भंडार क्रय नियमो का उल्लंघन।

मामला राजधानी के अभनपुर ब्लॉक का है, जहाँ कठियाँ नवागांव में सरकारी जमीन में वर्षो पुराने जमीन को बिल्डर ने कटवा दिया और उन पेड़ो को बेच दिया। इसकी शिकायत विधायक धनेन्द्र साहू तक पहुंची तो उन्होंने जाँच कराया तो पूरा मामला खुल गया। जानकारीनुसार राजधानी के प्रभावशाली बिल्डर प्रकाश दावड़ा और चिन्मय दावड़ा की अभनपुर क्षेत्र में निजी जमीन है। उसी से सटे हुए सरकारी भूमि पर वर्षो पुराना बड़े झाड़ का जंगल भी था, बिल्डर ने अपनी जमीन में उपजे पेड़ो को कटाई करते हुए सरकारी जमीन पर उपजे पेड़ो को भी कटवा दिया। रात के अँधेरे होने वाली कटाई से महीने भर में पूरा जंगल साफ़ हो गया तो तब ग्रामीण जागे।
चांदा मुनारा तोड़ दिया गया
फारेस्ट अफसरों की शह?
महीने भर से लाखो पेड़ो की कटाई होती रही पर वहा पदस्थ बिट गार्ड और डिप्टी रेंजर ने इसकी जानकारी कथित तौर पर उच्चाधिकारियों को नहीं दी। मामला सार्वजनिक होने पर डीएफओ ने डिप्टी रेंजर राकेश शुक्ला को नोटिस जारी कर वहा से हटा दिया है। विधायक के निर्देशों के बाद पहुंची फारेस्ट अधिकारियो को मात्र 1700 नग कटे पेड़ मिले जिसे जब्ती बनाया है। फारेस्ट अफसरो जिस जमीन पर वर्षो से वृक्षारोपण करते रहे अब उसी जमीन को निजी भूमि बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार फारेस्ट विभाग ने लाखो पौधो के वृक्षारोपण के साथ वहा चांदा मुनारा भी बनाया था जिसे बिल्डर दावड़ा ने तोड़ दिया, अब वहा जंगो के नामो निशान भी नहीं है। मंत्रालय और राजधानी में लाखो पेड़ कटते रहे और जिम्मेदार अफसरो को भनक भी नहीं लगी।
सरकारी जमीन पर कब्जा-
जांच करने पहुंचे अधिकारी
जांच करने पहुंचे अधिकारी

विधायक के शिकायत के बाद फारेस्ट अफसरों द्वारा बिल्डर को क्लीन चिट देने के बाद राजस्व अफसरों ने जाँच की, तो पाया कि बिल्डर ने सरकारी जमीन को दबा अपना रकबा बढ़ा लिया है। एसडीएम के अनुसार बिल्डर ने सरकारी भूमि पर कब्जा कर अपना रकबा बढ़ाया है। राजस्व अफसरों की प्रारंभिक जाँच में कुल 200 एकड़ भूमि में 90 एकड़ सरकारी है जिस पर बिल्डर ने कब्जा किया हुआ है। नवा रायपुर से सटे अभनपुर में 90 एकड़ भूमि की कीमत का आकलन लगाया जा सकता है। विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा कि
“ग्रामीणो की शिकायत पर जाँच कराई तो गोलमाल उजागर हुआ। बिल्डर प्रकाश दावड़ा और चिन्मय दावड़ा ने वनो को काटा, उसकी लकड़ियों को बेचा और सरकारी जमीं पर कब्ज़ा किया है.. जिस की जाँच के लिए मैंने मुख्यमंत्री और वन मंत्री को पत्र लिखा है। राजधानी में वनो और पेड़ो का ऐसा हाल है तो दूरस्थ जंगलो की कल्पना की जा सकती है।”

विवादित भूमि की रजिस्ट्री पर ‘बवाल’, विधायक ने स्वतंत्र बोल को भेजा रजिस्ट्री और संस्था के दस्तावेज.. उधर कलेक्टर से शिकायत।

 

error: Content is protected !!