नई दिल्ली 15 सितम्बर 2022: केंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. सरकार नें जातियों को लेकर भी एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया. केंद्र सरकार नें उत्तर प्रदेश की गोंड जाति को एसटी में शामिल करने का फैसला लिया है. साथ ही मोदी कैबिनेट ने गोंड की 5 उपजातियों को भी एसटी में शामिल करने की बात कही है.
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प्रदेश में 13 जिलों की गोंड जातियां एससी से एसटी में शामिल होंगी. दरअसल इससे पहले इन 13 जिलों की गोंड जातियां एससी यानी अनुसुचित जाति में थी इसी के साथ गोंड की उप जातियों को भी एससी यानी कि अनुसूचित में रखा गया था. अब केंद्र सरकार नें कैबिनेट में फैसला लेते हुए यूपी के 13 जिलों की गोंड जातियों को एससी से उठाकर एसटी यानी कि अनुसूचित जाति से उठाकर अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया है. गोंड के साथ गोंड की पांच उप जातियों को भी एसटी में शामिल कर दिया गया है. गोंड जाति के साथ गोंड की उप जाति धुरिया, ओझा, नायक, पठारी और राजगोंड को अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया गया है.
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केंद्र सरकार का ये फैसला तब आया है जब आने वाले कुछ महीने बाद ही देश में लोकसभा के चुनाव है. उत्तर प्रदेश इस चुनाव में अहम भूमिका निभाने वाला राज्य है. सरकार नें इस बात को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही इलाहाबाद हाई कोर्ट नें उत्तर प्रदेश सरकार के उस फैसले पर लोक लगा दी थी जिसमें कहा गया था कि ओबीसी की 18 जातियों को एससी में शामिल किया जाए
