स्वतंत्र बोल
रायपुर 30 जून 2024. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव में सीईओ रहे दो अफसरों को शासन ने सस्पेंड कर दिया। दोनों पर पद आधिकारो का दुरुपयोग कर अवैध नियुक्तियां करने एवं वेतन देयको में आर्थिक अनियमितता के आरोप है। सुधीर सोनी और सुनील कुमार वर्मा दोनों साल 2021 से लेकर 2023 जिला सहकारी बैंक केंद्रीय राजनांदगांव में बतौर सीईओ पदस्थ रहे, दोनों ने इस दौरान 54 से अधिक लोगो को बैंक में चपरासी और क्लर्क की नियुक्ति दी, इसके लिए दोनों ने शासन और विभाग से अनुमति नहीं ली और मनमाफिक नियुक्तियां की। तब बैंक के चैयरमेन नवाज खान थे। बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी शिकायत शासन तक पहुंची तो शासन ने जाँच समिति गठित कर रिपोर्ट माँगा। समिति ने इस प्रकरण सभी लोगो के बयान दर्ज किया और रिपोर्ट शासन को भेज दिया, शासन से मिले निर्देशों के बाद अपैक्स बैंक के एमडी कमलनारायण कांडे ने शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे दोनों का सस्पेंशन आर्डर जारी कर दिया।
सीईओ राडार में-
जानकारी अनुसार जिला सहकारी बैंक राजनांदगांव में दो वर्षो में 54 लोगो की बैकडोर नियुक्तियां की गई। इससे पहले साल 2011 से 2019 तक 26 लोगो को चपरासी और क्लर्क बनाया गया है जो आज भी बैंक में कार्यरत है, अब इसकी जाँच की मांग उठने लगी है। जाँच के दौरान मार्च 2024 को बाहर कर दिया गया दिया गया। विश्वसनीय जानकारिनुसार ऐसा ही खेल जिला सहकारी बैंक दुर्ग और रायपुर एवं अपैक्स बैंक मुख्यालय में भी खेल हुआ है। यहाँ पदस्थ रहे अफसरों ने मनमाने तरीके से अपने परिचितों को बैकडोर बिना विभागीय अनुमति के नियुक्तियां दी है। जिला सहकारी बैंक रायपुर में प्रभात कुमार मिश्रा, दुर्ग में सुरेंद्र कुमार जोशी, एनके दिल्लीवार और अपेक्षा व्यास इस दौरान सीईओ रहे, यही हाल अपैक्स बैंक का भी है। जिला सहकारी बैंक राजनांदगांव के तत्कालीन अध्यक्ष रहे नवाज खान ने कहा कि
“हमने बोर्ड से अनुमति लेकर भर्ती किया था, और ऐसी ही नियुक्तियां साल 2011 से 2019 तक हुई है। उसकी भी जाँच की जाए।”
जिला सहकारी बैंक में सीईओ बदले, उधर एमडी अपैक्स बैंक की कुर्सी खतरे में..
