स्वतंत्र बोल
रायपुर 14 मार्च 2024. राजधानी में भू माफियाओ के हौसले बुलंद है। सरकारी के साथ निजी भूमि पर बलपूर्वक भूमाफिया कब्ज़ा करने में लगे हुए है। मामला राजधानी के धरमपुरा इलाके का है जहाँ भूमाफियाओ ने दूसरे व्यक्ति को भू-स्वामी बनाकर करोडो की जमीन रजिस्ट्री कर ली है। भूमाफियाओ ने राजस्व अधिकारियो के साथ सुनियोजित तरीके इस पुरे खेल को अंजाम दिया है। विधायक कॉलोनी धरमपुरा की डेढ़ एकड़ जमीन को भूमाफियाओ ने पहले किसान के नाम पर नामांतरित करवाया फिर किसान को बहलाकर जमीन अपने नाम रजिस्ट्री करा ली।
स्वतंत्र बोल के पास मौजूद दस्तावेजों के अनुसार भू-माफियाओ ने जमीन पर कब्ज़ा करने नामांतरण और अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार किया, और किसान से अपने नाम पर रजिस्ट्री करा लिया। रजिस्ट्री उपरांत जमीन का नामांतरण भी तहसीलदार ने कर दिया है। धरमपुरा इलाके की बेशकीमती जमीन को भूमाफियाओ ने दो किसान भाइयो का उपयोग कर मात्र 40 लाख रुपये में अपने नाम करा लिया। दस्तावेजों के अनुसार भूमाफियाओ दो किसान भाइयो को धरमपुरा इलाके में जमीन होने का लालच देकर खरीदी बिक्री के लिए तैयार किया और भरोसे में लेकर जमीन रजिस्ट्री करा लिया। दस्तावेजों के अनुसार जमीन का कुल सौदा 1 करोड़ 18,86000 रुपये में हुआ, जिसे भूमाफिया द्वारा आरटीजीएस से भुगतान करना बताया गया पर वास्तविकता उसके उलट है। भूमाफियां के जालसाजी शिकार हुए दोनों भाइयो को सिर्फ 20-20 लाख कुल 40 लाख रुपये ही दिए गए।
दोनों किसान भाइयों ने स्वतंत्र बोल से कहा कि “उनकी धरमपुरा इलाके में कोई जमीन नहीं थी, एक जमीन दलाल ने उसे जमीन होने का भरोसा और उसका अधिक कीमत दिलाने का आश्वासन दिया तो हम भी जमीन बेचने राजी हो गए, और नवा रायपुर जाकर रजिस्ट्री कर दिया।” दरअसल किसान भाइयो को घर बैठे 40 लाख रुपये मिले तो उन्होंने लालच में भूमाफिया के बातो में फंस गए।
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